दहिसर में टोल नाके पर 7 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया मुंबई का प्रवेश द्वार मेट्रो की बलि चढ़ेगा
मुंबई : दहिसर में टोल नाके पर 7 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया मुंबई का प्रवेश द्वार अब तोड़ दिया जाएगा. यह द्वार वहां से गुजरने वाली मेट्रो लाइन-9 में बाधा बन रहा था. प्रवेश द्वार की मरम्म्त के अभी 2 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे. एमएमआरडीए की ओर से बीएमसी को सूचित किया गया है कि यह प्रवेश द्वार मेट्रो-9 के मार्ग में अड़चन पैदा कर रहा है, इसे तोड़ना पड़ेगा. मेट्रो के पत्र के बाद बीएमसी ने मरम्मत करने का काम स्थगित कर दिया है.
एमएमआरडीए के प्रवक्ता बी जी पवार ने बताया कि प्रवेश द्वार मेट्रो-9 में अड़चन बन रहा है, जिस कारण से हमने बीएमसी को मरम्मत कार्य रोकने के लिए कहा है. मेट्रो कार्य में अड़चन बन रहे प्रवेश द्वार को किस तरह हटाया जाएगा इसको लेकर बीएमसी और एमएमआरडीए के अधिकारी निर्णय लेंगे. ठाणे जिले से मुंबई में प्रवेश करते समय दहिसर और मुलुंड में बीएमसी की ओर से करोड़ों रुपया खर्च कर प्रवेश द्वार बनाया गया है. मेट्रो-7 लाइन अंधेरी पूर्व से दहिसर पूर्व तक जा रही है. मेट्रो-7 का एक्शटेंशन कर मीरा-भायंदर तक ले जाया जा रहा है जिसे मेट्रो- 9 मार्ग कहा जा रहा है. मेट्रो-9 के कार्य का ठेका सितंबर 2019 में दिया गया है. दहिसर से मीरा- भायंदर जाने वाली मेट्रो लाइन-9 की 13.5 किमी लंबी है, जिसे वर्ष 2022 में पूरा करना है. दहिसर में बना प्रवेश द्वार 9 साल पूर्व 2011 में 7 करोड़ रुपया खर्च कर बनाया गया था. प्रवेश द्वार की ऊंचाई 125 फीट रखी गई थी. प्रवेश द्वार के सपोर्ट में 10 पिलर बनाए गए है.
अगस्त 2007 में इस प्रवेश द्वार को बनाने का काम शुरू किया गया था और अक्टूबर 2011 में बनकर तैयार हुआ था. इस प्रवेश द्वार का उद्घाटन शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के हाथों किया गया था. प्रवेश द्वार की खिड़की और दरवाजे में रेडीमेड मोल्ड ग्लास का उपयोग किया गया था. इसकी मरम्मत के लिए 2 करोड़ 7 लाख रुपए का ठेका दिया गया था, लेकिन अब ठेके को रद्द कर दिया गया है. आर-उत्तर वॉर्ड की सहायक आयुक्त संध्या नांदेरकर ने बताया कि मेट्रो की ओर से काम रोकने का पत्र आया है. हमने मरम्मत कार्य को स्थगित कर दिया है.