जिम संचालकों और फिटनेस ट्रेनर्स ने सड़क पर की कसरत, 4 महीने से बंद जिम खोलने की मांग
जबलपुर. लॉकडाउन के चलते आर्थिक बदहाली के शिकार हुए जिम संचालकों, ट्रेनर और फिटनेस कोचों का सब्र अब जवाब देने लगा है। प्रशासन से लगातार मिन्नतें करने के बाद भी जिम और व्यामशालाओं को खोलने का अभी तक कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया। लिहाजा, जिम संचालकों और फिटनेस प्रशिक्षकों ने जबलपुर में प्रदर्शन किया और सड़क पर ही कसरत कर अपना विरोध जाहिर किया।
कोरोना काल में सबसे पहले जिम पर ही प्रशासन ने ताले लगा लगवा दिए थे। अनलॉक शुरू होने के बाद भी इनके ताले अब तक नहीं खुल पाए हैं। ऐसी स्थिति में पिछले 4 महीनों से जिम संचालकों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। जिम संचालकों की दलील है कि शहर में करीब 150 से भी ज्यादा जिम और व्यायामशालाएं चल रही हैं। अधिकांश किराए के भवन में है। बैंक से लोन लेकर चलाए जा रहे हैं। लॉकडाउन की अवधि में उनके जिम बंद होने के चलते उनके सामने बैंक की किश्त, बिजली का बिल जमा करने के साथ ही रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।
सिविक सेंटर में एकत्र होकर जिम मालिकों और फिटनेस ट्रेनर्स ने प्रदर्शन करते हुए सड़क पर ही व्यायाम किया। जिम संचालको ने शासन के सभी दिशा निर्देशों का पालन करने पर सहमति जताते हुए कहा है कि अगर सरकार जिम और व्यायामशालाओं को खोलने की अनुमति देती है तो वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे। प्रतिदिन सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी उनके द्वारा की जाएगी। जिम संचालकों ने मानवीयता के आधार पर जिमों और व्यायामशालाओं को खोलने की अनुमति देने की गुहार लगाई है।