ठाणे : जिले में एक दिन में 318 कोरोना मरीज, 4 की मौत
ठाणे : जिले के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में कोरोना ने कहर मचा रखा है. जिससे जिले में अब तक सारे रिकॉर्ड टूट गए और जिले में सर्वाधिक 318 नए मरीज पाए गए हैं. जबकि शनिवार को जिले में 4 लोगों की मौत दर्ज की गई है. इस तरह जिले में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या पांच हजार 388 हो गई है. वहीं अब तक करीब 161 से अधिक लोगों की मौत इस वैश्विक बीमारी से हो चुकी है.
शुक्रवार को ठाणे मनपा की सीमा में सबसे अधिक 135 मरीज मिले हैं. साथ ही जिले के शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेदाहशा वृद्धि हो रही हैं. साथ ही मृतकों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा हैं. जिसे लेकर अब जिला स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है. जिला प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को ठाणे महानगर पालिका क्षेत्र में सर्वाधिक 135 नए कोरोना पॉजिटिव मिले है. यहां पर कुल बाधितों की संख्या 1892 हो गई है. अब तक कुल लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं नवी मुंबई महानगर पालिका क्षेत्र में शनिवार को 74 नए कोरोना मरीज मिले हैं और दो लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. यहां पर कुल बाधितों की संख्या 1561 हो गई है. जबकि मृतकों की संख्या 51 तक पहुंच गई है. इसी प्रकार कल्याण डोंबिवली मनपा क्षेत्र ने 30 मरीज पाए गए और एक की मौत हुई है तथा कुल मरीजों का आंकड़ा 730 हो गया है. उल्हानगर मनपा में 10 मरीज मिले हैं और इस प्रकार कुल आंकड़ा 150 के पार पहुंचते हुए कुल मरीजों की संख्या 166 हो गई हैं.
मीरा भाईंदर महानगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत 35 नए मरीज मिले है और दो की मौत शुक्रवार को हुई. यहां पर कुल मरीजों की संख्या 489 हो गई है. और मृतकों के आंकड़ा 14 हो गया है. इसी प्रकार बदलापुर नगर परिषद में 6 मरीज के साथ कुल संख्या 153 हो गई है. इसी तरह अंबरनाथ में चार नए मरीज कोरोना के शनिवार को मिला है और यहां का कुल आंकड़ा 58 तक पहुंच गया है. जबकि ठाणे ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. शनिवार को 24 नए मरीज मिले है और यहां पर कुल बाधितों की संख्या 267 हो गया है.जबकि भिवंडी महानगर पालिका क्षेत्र में एक भी कोरोना से संक्रमित मरीज नहीं मिला है, जो कि राहत की बात है. इस प्रकार जिले में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 5 हजार 388 और मृतकों का आंकड़ा 161 तक जा पहुंचा है जोकि जिला प्रशासन और नागरिकों के लिए भी चिंता का विषय बनता जा रहा है.