कोरोना की आड़ में कालाबाजारी चरम पर
नागपुर : कोरोना की आड़ में अब व्यापारी कालाबाजारी पर उतारू हो गए हैं. थोक बाजार में माल के सस्ता होने के बाद भी चिल्लर बाजार में वस्तुओं की कीमतें जानबूझकर बढ़ाई जा रही है. चूंकि किसी की नजर इस ओर नहीं है, लोग मनमानी करने लगे हैं. थोक में आलू 20 रुपये है, जो चिल्लर में 40 रुपये कर दिया गया है. प्याज भी थोक में 25 रुपये किलो है, जो चिल्लर में 50 रुपये पर पहुंच गया है. चिल्लर व्यापारी माल की तंगी का हवाला देकर भाव बढ़ा रहे हैं और इस मुश्किल घड़ी में लोगों की दिक्कतें और बढ़ा रहे हैं. स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में यह विकराल रूप ले सकती है. एक तरफ सरकार बोलती है कि इस संकट की घड़ी में किसी भी अत्यावश्यक सामग्रियों के दाम नहीं बढ़ेंगे, लेकिन कुछ व्यापारी इसका फायदा उठाते हुए चीजों का महंगा बेच रहे हैं, वहीं कुछ तो कालाबाजारी करने पर तुले हैं. आज जिनकी कमाई सीमित हो गई है या फिर खत्म हो गई है वैसे लोगों के लिए ये एक नई समस्या पैदा कर रहे हैं. लॉकडाउन के तीसरे दिन ही आलू व प्याज जहां 20 से 25 रुपये प्रतिकिलो से बढ़कर दोगुना 40 से 50 रुपये प्रतिकिलो पर पहुंच गया, वहीं तुअर दाल चिल्लर में 90 से 95 रुपये और सोयाबीन तेल 120 रुपये प्रतिकिलो पर पहुंच गया है. इसी में चावल भी 7 रुपये प्रतिकिलो तक महंगा हो गया है.
डर के चलते इन दिनों लोग अधिक से अधिक मात्रा में राशन सहित सब्जी खरीदने को आतुर हैं. सरकार की ओर से सब्जियां व अनाज की कमी नहीं होने देने का आश्वासन भी दूकानों से लोगों की भीड़ कम नहीं कर पा रहा है. तेल व्यापारी अनिल अग्रवाल ने बताया कि अभी फारेन में तेजी के चलते तेलों में सोयाबीन के तेल में 4 से 5 रुपये प्रतिकिलो तेजी आने से यह 104 रुपये प्रतिकिलो पर पहुंचा है. कोरोना के चलते जो चीन मलेशिया से तेल नहीं खरीद रहा था, वह अभी फुल फ्लैश में तेल खरीद रहा है. इस चक्कर में तेल के भाव में वृद्धि हो रही है. वहीं देखा जाये, तो थोक में 104 और चिल्लर में यही सोयाबीन का तेल 115 से 120 रुपये प्रतिकिलो चल रहा है. वहीं थोक में जिस तुअर दाल के भाव 75 से 80 रुपये प्रतिकिलो चल रहे थे, वह अभी बढ़कर 85 रुपये प्रतिकिलो पर पहुंच गये हैं और चिल्लर में इसके भाव 90 से 95 रुपये प्रतिकिलो बताये जा रहे हैं. वहीं 42 से 43 वाला चावल भी बढ़कर 48 से 50 रुपये प्रतिकिलो पर पहुंच गया है.
चिल्लर सब्जी व्यापारी एक साथ ही पूरी कमाई कर लेने के मोड में आ गए हैं. थोक में कई सब्जियां सस्ती होने के बाद भी चिल्लर में महंगी ही बेची जा रही है. जो टमाटर 8 रुपये प्रतिकिलो थोक में चल रहा है, वह चिल्लर में 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो, बैंगन 40 रुपये प्रतिकिलो, धनिया 60 से 80 रुपये प्रतिकिलो, पालक 40 रुपये, फूल गोभी 40, पत्ता गोभी 40 रुपये प्रतिकिलो बताये जा रहे हैं, जबकि थोक में फूल गोभी 10 रुपये, पत्ता 8 से 10 रुपये, धनिया 30 रुपये प्रतिकिलो चल रही है. चिल्लर में अन्य सब्जियों में शिमला मिर्च 60, बींस 50 से 60 रुपये प्रतिकिलो बिक रही है. सब्जी विक्रेताओं कहना है कि थोक मंडियों से महंगी सब्जी मिलने के कारण उन्हें ऊंची दर पर बेचना पड़ रहा है, जबकि थोक में सब्जी सस्ती चल रही है. मार्केट में सब्जियों की अच्छी-खासी आवक बनी हुई है.