पंजाब : जाली कागजातों पर हासिल की नौकरियां, वेरिफिकेशन में हुआ खुलासा, दो के खिलाफ केस
पंजाब : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी नौकरियां हासिल करने का मामला सामने आया है। पंजाब सरकार से जुडे़ दो विभागों में दो लोगों ने नौकरियां हासिल की थी। इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के दफ्तर में वेरिफिकेशन के लिए इन लोगों के सर्टिफिकेट पहुंचे। इसके बाद बोर्ड ने उक्त लोगों को अपने रिकॉर्ड में ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इसके साथ ही संबंधित विभागों को इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए लिखा दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड जिला रूपनगर के एक स्कूल से 12वीं कक्षा का एक सर्टिफिकेट आया था। यह 2004 का बना हुआ था। लेकिन बोर्ड के रिकॉर्ड में वेरिफिकेशन के दौरान इनका मिलान ही नहीं हुआ। इसके बाद साफ हो गया है कि उक्त सर्टिफिकेट जाली हैं। बोर्ड ने तुरंत उक्त व्यक्ति को अपने रिकॉर्ड में ब्लैक लिस्ट कर दिया। इसके साथ ही उच्च कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखा है।
इसी तरह दूसरे मामले में आयुर्वेदिक विभाग पंजाब से एक सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए बोर्ड के दफ्तर में आया था। यह भी जांच में फर्जी पाया गया है। यह सर्टिफिकेट साल 2003 का था। बोर्ड ने उसे भी अपने रिकॉर्ड में ब्लैक लिस्ट कर दिया है। बता दें कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में हर महीने दो हजार से अधिक सर्टिफिकेट विभिन्न सरकारी विभागों से वेरिफिकेशन के लिए पहुंचते हैं। इस दौरान जो सर्टिफिकेट फर्जी पाए जाते हैं। बोर्ड की ओर से उक्त लोगों को अपने रिकॉर्ड में ब्लैक लिस्ट कर दिया जाता है। इतना ही नहीं उक्त दोनों लोग किसी को धोखा न दे पाएं। इसके लिए बोर्ड की ओर से उक्त लोगों का सारा रिकॉर्ड अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
मिली जानकारी के मुुताबिक अब तक रेलवे, भारतीय सेना, शिक्षा विभाग और पुलिस में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के फर्जी सर्टिफिकेटों से नौकरियां हासिल करने वाले लोगों का खुलासा हो चुका है। ऐसे मामलों में लड़कियां भी आगे हैं। इतना ही नहीं ऐसे लोगों पर बोर्ड की शिकायत पर पुलिस केस भी दर्ज हो चुके हैं। फर्जी सर्टिफिकेटों से नौकरियां हासिल करने वालों में लड़कियां भी आगे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की सालाना परीक्षा में हर साल 7 लाख स्टूडेंट्स पूरे पंजाब से अपीयर होते हैं। बोर्ड की ओर से सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तर्ज पर काम किया जा रहा है। बोर्ड से अब परीक्षा पास करने वालों को सर्टिफिकेट जारी नहीं किए जाते हैं, बल्कि उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट दिए जाते हैं। वह भी आधार कार्ड केे माध्यम से जुड़े होते हैं।