मुन्ना बजरंगी हत्याकांड: पत्नी की गुहार पर शुरू हुई सीबीआई जांच, 19 मार्च को दर्ज होंगे बयान
मुन्ना बजरंगी की हत्या की जांच में जुटी सीबीआई अब 19 मार्च को सीमा सिंह के बयान दर्ज करेगी। सीजेएम ने डीजीपी को सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है। सीबीआई वर्तमान समय में बागपत जिले में हत्याकांड की जांच कर रही है। सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम जिले में मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच कर रही है। हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाली बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह को बयान के लिए 19 मार्च को बुलाया जाएगा। सीमा की सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। देखने वाली बात यह होगी कि सीमा सिंह बयान दर्ज कराने के लिए जिले में आती है या नहीं। अब तक सीबीआई ने बंदियों, जेल अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और सुनील राठी से मिलने आने वाले लोगों के बयान दर्ज किए हैं। प्रकरण की पहली प्रगति रिपोर्ट हाईकोर्ट में 20 अप्रैल को दाखिल करनी है।
बड़ौत से बसपा के पूर्व विधायक एवं वर्तमान में भाजपा नेता लोकेश दीक्षित और उनके भाई नारायण दीक्षित से साल 2017 में मोबाइल के जरिये रंगदारी मांगी। पुलिस की जांच में मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया। इसी मामले में आठ जुलाई 2018 की रात बजरंगी को बागपत जेल में शिफ्ट किया गया। नौ जुलाई की सुबह सवा छह बजे बजरंगी की तन्हाई बैरक के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद शासन ने प्रकरण की जांच कराई। लापरवाही उजागर होने पर तत्कालीन जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, मुख्य बंदी रक्षक अरजिंदर सिंह और माधव कुमार को सस्पेंड किया। वारदात के बाद मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह की तहरीर को भी विवेचना में शामिल किया। सीमा सिंह ने बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह, प्रदीप सिंह उर्फ पीके, इनके पिता पूर्व एसपी जयंत सिंह, सुशील सिंह, कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय, विकास के खिलाफ षड्यंत्र रचने की तहरीर दी।