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यूपी के शाहजहांपुर में लड़की का शोषण करने के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार को SIT ने पीड़िता के दोस्त विक्रम और सचिन को रिमांड पर ले लिया है. अदालत से एसआईटी को 95 घंटे की रिमांड मिली है. उधर, शिकायतकर्ता लड़की ने भी अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी इस मामले की छानबीन कर रही है.
इस केस में एसआईटी को एक लापता मोबाइल फोन बरामद करना है. इसी बात को आधार बनाकर एसआईटी ने शिकायतकर्ता लड़की के दो दोस्तों विक्रम और सचिन को रिमांड पर लिया है. इन दोनों को हाल ही में रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. सबसे अहम बात ये है कि इस मामले में पीड़िता का नाम भी शामिल है.
एफआईआर में नाम आने के बाद शिकायतकर्ता लड़की के परिवार वाले भी कानूनी मदद के लिए लगातार दौड़ भाग कर रहे हैं. इसी के तहत मंगलवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के सामने शिकायतकर्ता लड़की ने अपने वकील के साथ जाकर खुद अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की. एसआईटी ने इस मामले में जांच के बाद सोमवार को स्टेटस रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश कर दी. उसके बारे में कोर्ट के रुख को देखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी. अदालत यह तय करेगी कि वह अब तक की जांच से संतुष्ट है या नहीं. और आगे के लिए निर्देश भी देगी. एसआईटी ने अपनी जांच में हर तरह के सबूत और जांच के तरीकों को इस्तेमाल किया है.
स्टेटस रिपोर्ट दर्ज करने से पहले एसआईटी ने सभी आरोपियों और पीड़िता के मोबाइल फोन की फॉरेंसिक डिटेल, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सभी के वॉइस सैंपल रिकॉर्ड भी इकट्ठा किए हैं. सीडीआर से पता चला है कि स्वामी चिन्मयानंद, पीड़ित लड़की और संजय सिंह के बीच बातचीत के कई लंबे दौर चले हैं. कॉल डिटेल से यह भी पता चलता है कि पीड़िता ने आरोपी संजय से सैकड़ों बार बात की है. साथ ही साथ एसआईटी ने जो सबूत इकट्टा किए हैं, उसमें स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ लगे आरोपों की पुष्टि होती है. इस मामले में गिरफ्तार संजय सिंह, सचिन और विक्रम की एक वीडियो फुटेज भी एसआईटी अदालत को सौंप देगी. एसआईटी स्वामी चिन्मयानंद के वायरल वीडियो भी अदालत में जमा करेगी.

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