लोकल से लेकर लंबी दूरी तक की ट्रेनें जलमग्न ट्रैक पर फंसी रही
मुंबई, मुंबई सहित कोकण के तटीय इलाकों में बरसात विगत चार दिनों से कहर बरपा रही है। बरसाती कहर के कारण मध्य रेलवे रूट पर कुछ दिनों से भूस्खलन होने से सेवाएं प्रभावित हो रही थीं लेकिन शुक्रवार की शाम से हो रही जबरदस्त बारिश के कारण रात में ही बदलापुर-वांगणी का इलाका जलमग्न हो गया। ऐसे में इस रूट से गुजरनेवाली ‘महालक्ष्मी’ एक्सप्रेस कासगांव के पास फंस गई। रेलवे ट्रैक पर जल-जमाव होने सहित आसपास के दूर-दराज का इलाका जलमग्न होने से ट्रेन में सफर कर रहे हजारों यात्रियों की जान सांसत में पड़ गई। बताया जाता है कि उल्हास नदी का पानी ओवरफ्लो होने से यह स्थिति पैदा हुई थी। चारों तरफ का इलाका जलमग्न होने से मध्य रेलवे का यह रूट कल रेल ‘वॉटर’ वेज में तब्दील हो गया था। ट्रेनों का आवागमन ठप होने से १५ घंटे से अधिक समय तक ‘महालक्ष्मी’ एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री फंसे रहे। हालांकि एनडीआरएफ, थलसेना, वायुसेना और जलसेना की मदद से ट्रेन में फंसे हजारों यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया।‘महालक्ष्मी’ एक्सप्रेस में फंसे यात्रियों की खबर जब सेना को मिली तो राहत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, वायुसेना, थलसेना और जलसेना ने मोर्चा संभाला। चरणबद्ध तरीके से ट्रेन में फंसे सभी यात्रियों को शाम ४.३० बजे तक सुरक्षित निकाल लिया गया।
ट्रेन में फंसे यात्रियों को दिलासा देते हुए मध्य रेलवे ने एक ट्वीट किया, जिसमें लिखा गया रेलवे ये सुरक्षित जगह है इसलिए यात्री पानी में न उतरें। रेलवे अधिकारी, शहर पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल बचाव कार्य के लिए रवाना हो गए हैं।
बदलापुर-वांगणी के बीच स्थित कासगांव के पास जहां महालक्ष्मी एक्सप्रेस फंसी थी। उस परिसर में चार से पांच फुट पानी जमा हुआ था। सुबह ८ बजे एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला। शुरुआत में यात्रियों को ‘एयरलिफ्ट’ कर ट्रेन से बाहर निकालने की योजना थी लेकिन मौसम खराब होने से यह निर्णय बदलना पड़ा।
मुंबई में पिछले २४ घंटे से बारिश हो रही थी। ऐसे में मुंबई सहित ठाणे, कल्याण, डोंबिवली, अंबरनाथ, बदलापुर में भी बारिश का असर देखा गया। मध्य रेलवे को बदलापुर से कर्जत के बीच रेल सेवा बंद करनी पड़ी तो कुछ समय बाद कल्याण से बदलापुर जानेवाली लोकल सेवा को भी बंद कर दिया गया। ऐसे में लोकल में फंसे यात्रियों को एनडीआरएफ ने रात में ही निकालना शुरू किया।
कोकण रेलवे मार्ग पर वीर-माणगांव के पास घोड नदी खतरे के निशान पर बह रही थी, जिससे डेढ़ घंटे कोकण रेल सेवा ठप थी। इस मार्ग की चार ट्रेनें ५०१०४ रत्नागिरी-दादर पैसेंजर को वीर स्टेशन, ५०६१७ एर्नाकुलम-निजामुद्दीन एक्सप्रेस को करंजाडी तो मांडवी एक्सप्रेस को रोहा स्टेशन के पास रोक दिया गया था।
बदलापुर-वांगणी के पास फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस के यात्रियों को राहत कार्य पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सभी प्रकार की मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया। मदद कार्य के लिए मुख्यमंत्री सुबह से ही सभी सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में थे। राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ के ४ चमू (छोटी बोट), ८ बड़ी बोट, सेना के ९ बोट, वायुसेना के दो चॉपर हेलिकॉप्टर, ३७ डॉक्टरों सहित १४ बस, ३ टेंपो, एंबुलेंस घटनास्थल पर बचाव कार्य के लिए मौजूद थे।