हादसे के लिए जिम्मेदार केकड़ों को गिरफ्तार करो!
मुम्बई : महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने तिवारे बांध के टूटने और 19 लोगों की जान चले जाने के लिए केकड़ों को जिम्मेदार ठहराने पर मंत्री तानाजी सावंत की आलोचना की है। एनसीपी ने आरोप लगाया कि वह एक 'भ्रष्ट मछली' को बचाने के लिए 'केकड़ों' पर आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि जल संसाधन मंत्री सावंत इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए कहा था कि जो भी होना है वह होगा। इस दौरान सावंत ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए यह भी कहा कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए बांध टूटा और यह हादसा हुआ। शुक्रवार को एनसीपी के महासचिव जितेंद्र आव्हाड के नेतृत्व में एनसीपी कार्यकर्ता हाथ में केकड़े लेकर नौपाड़ा पुलिस थाने पहुंचे और पुलिस से इन केकड़ों को ‘गिरफ्तार’ करने का अनुरोध किया। एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि बांध के टूट जाने के लिए शिवसेना नेता सावंत द्वारा केकड़ों को जिम्मेदार ठहराया जाना बेशर्मी की इंतहा है। तटीय रत्नागिरि जिले के चिपलून तहसील में यह बांध मंगलवार को भारी बारिश के बीच टूट गया था और निचले हिस्से में आने वाले कई गांव जलमग्न हो गए थे।
पत्रकारों से बातचीत में आव्हाड ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार बेशर्म है और सावंत उस ठेकेदार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं जो इस हादसे के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, ‘23 लोग डूब गए, कुछ अब भी लापता हैं लेकिन मंत्री का दावा है कि केकड़ों ने बांध को कमजोर किया।’ प्रवक्ता नवाब मलिक ने सावंत पर स्थानीय शिवसेना विधायक सदानंद चव्हाण को बचाने का आरोप लगाया जो मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बांध के ठेकेदार थे। मलिक ने कहा,' केकड़े को जिम्मेदार मत ठहराइए क्योंकि आप एक बड़ी भ्रष्ट मछली को बचा रहे हैं। पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषी विधायक को दंडित किया जाए।'
सावंत पर प्रहार करते हुए एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि यदि शिवसेना नेता को इस त्रासदी के लिए जीव-जंतु को ही जिम्मेरार ठहराना था तो उन्होंने मंत्री का कार्यभार क्यों संभाला। उन्होंने कहा, 'बीजेपी-शिवसेना के मंत्री कब अपनी विफलताएं स्वीकार करेंगे।' कांग्रेस नेता सचिव सावंत ने कहा कि 'शिवसेना मंत्री को अपने पर शर्म आनी चाहिए।' एनसीपी प्रदेश युवा शाखा के प्रमुख महबूब शेख ने कहा, ‘अगर मंत्री सोचते हैं कि केकड़ों ने बांध तोड़ा तो केकड़ों के खिलाफ हत्या के लिए आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज होना चाहिए।’ मुंबई से करीब 250 किलोमीटर दूर चिपलून के समीप तिवारे बांध मंगलवार रात को मूसलाधार बारिश के बाद टूट गया था।