सड़क पर नींबू पानी और शरबत पीने वाले हो जाएं सावधान
मुंबई : सड़क पर बिकने वाले नींबू पानी और शरबत बीएमसी द्वारा
करवाए गए टेस्ट में दूषित पाए गए हैं। प्रदूषित बर्फ के इस्तेमाल होने से गन्ने का
जूस पीना भी सेहत की दृष्टि से खतरनाक साबित हुआ है। रेल पटरियों से सटकर उगाई जा रहीं
साग-सब्जियों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन
अन्न और औषधि मंत्री जयकुमार रावल ने साफ किया है कि रेलवे की जमीन पर प्रदूषित पानी
से उगाई जानेवाली सब्जियों पर रोक लगा दी जाएगी। बुधवार को विधानसभा में कांग्रेस के
अमित देशमुख ने मुंबई में सड़क किनारे बेचे जाने वाले नींबूपानी, शरबत, गन्ने के जूस
का मामला उठाया। दूषित पानी से रेट पटरियों के किनारे उगाई जा रही सब्जियों और डोंबिवली
में रसायन फैक्टरियों से निकलने वाले दूषित पानी का इस्तेमाल कर उगाई गई सब्जियों के
बारे में उन्होंने कहा कि यह आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।
'ऐसा करने पर हो उम्रकैद की सजा '
इस बीच एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि जिस तरह सरकार मिलावटी
दूध के मामले में दोषी के लिए उम्र कैद की सजा का प्रावधान करने की सिफारिश केंद्र
से कर चुकी है, उसी तरह मिलावटी खाना और जूस बेचने वालों के लिए भी उम्रकैद की सजा
का प्रावधान हो।
1,16,823 किलो दूषित बर्फ जब्त
अन्न और औषधि मंत्री जयकुमार रावल ने स्वीकार किया है कि
सदन में उठाई जा रही समस्या सही पाई गई है। इस साल 1 अप्रैल से 15 मई के बीच मुंबई
के 8,012 फेरीवालों पर कार्रवाई कर 21,463 किलो खाद्य पदार्थ, 3,654 लीटर शरबत और
1,16,823 किलो दूषित बर्फ जब्त कर नष्ट की गई। उन्होंने कहा कि फेरीवालों के पास से
दूषित खाद्य पदार्थ व पेय पदार्थ नियमित रूप से जब्त किए जा रहे हैं। बीएमसी के स्वास्थ्य
विभाग ने नींबूपानी में उपयोग होनेवाले पानी और बर्फ की जांच के लिए 280 सैंपल लिए
थे। इनमें से 218 सैंपल दूषित पाए गए। इसी तरह गन्ने के रस में उपयोग में आने वाली
बर्फ के 303 सैंपल में से 268 सैंपल तथा अन्य बर्फ के 385 सैंपल में से 300 सैंपल दूषित
पाए गए हैं।