धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर लगाई रोक, सीएम बोले- लोगों के जीवन से बढ़कर कुछ नहीं
नई दिल्ली: सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कई वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के साथ आपदा प्रबंधन की बैठक में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि नागरिकों का स्वास्थ्य हमारी पहली प्राथमिकता है. त्योहार तो हम बाद में भी मना सकते हैं. देश में आगामी दो महीने तक त्योहारी सीजन है और इस दौरान कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है ऐसे में जरूरी है कि हम पहले अपने लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें.
बैठक में उन्होंने सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि दैनिक मामलों में तेजी आ रही है जिससे त्योहारों के समय स्थिति हाथ से निकल सकती है. उन्होंने कहा कि कोई भी त्योहारों और धार्मिक कार्यक्रमों में रोक नहीं लगाना चाहेगा, लेकिन यह लोगों के जीवन से बढ़कर नहीं हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बैठक में सभी तरह के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक सभाओं और बैठकों को रद्द करने का निर्देश दिया. विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन में भीड़ भाड़ से महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में तेजी आ सकती है.
सीएम ने कहा कि अगर सभी ने कोविड -19 मानदंडों का पालन किया जैसे कि मास्क पहनना, दूरी बनाना और सभाओं से बचना, तो नए प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता नहीं होगी. ठाकरे ने कहा, “तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि हमने देखा कि कैसे पूरे देश को दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कम आपूर्ति के कारण नुकसान उठाना पड़ा.”
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि आगामी त्योहारी दिन महत्वपूर्ण और साथ में चुनौतीपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि हालात हाथ से बाहर न निकलें इसे सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राजनीतिक दलों पर है. सीएम ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर दरवाजे पर है और हमारी लापरवाही बड़े संकट को बुलावा दे सकती है. उन्होंने कहा कि केरल में हर दिन 30 हजार के करीब मामले सामने आ रहे हैं. यह खतरे का संकेत है और इसे काफी गंभीरता से नहीं लिया तो बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.