पर्यावरण को मस्त बनाने के लिए मध्य रेलवे स्वच्छता रथ
मुंबई, जलवायु परिवर्तन को लेकर देश और दुनिया अपने-अपने स्तर पर उचित कदम उठा रही है। मुंबई की लाइफ लाइन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन के अगल-बगल ट्रैक पर कूड़े-करकट से रेल सफर के दौरान रेल यात्रियों को दूषित वातावरण से गुजरना पड़ता है। यात्रियों की इन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए ट्रैक के अगल-बगल के पर्यावरण को मस्त बनाने के लिए मध्य रेलवे स्वच्छता रथ चला रही है।
मध्य रेलवे का मुंबई उपनगरीय नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े उपनगरीय रेल नेटवर्कों में से एक है, जिसमें ३३६ रूट किलोमीटर के चार उपनगरीय गलियारे हैं। शहर के ट्रैक को साफ रखने के लिए मध्य रेलवे मेन लाइन पर सीएसएमटी से कल्याण और हार्बर लाइन पर सीएसएमटी से मानखुर्द के बीच पटरियों पर पड़े कचरों को इकट्ठा कर उन्हें ले जाने के लिए स्वच्छता रथ चलाता है। वर्ष २०२०-२१ के दौरान उपनगरीय खंड में पटरियों से १.७ लाख क्यूबिक मीटर कचरा हटाया गया। मध्य रेलवे उपनगरीय मार्ग पर ७ स्वच्छता रथ चलाकर रेलवे ट्रैक के आसपास कचरों का निपटारा कर रही है। इसके लिए रेलवे जरूरत पड़ने पर जेसीबी मशीन का भी उपयोग करती है।
मुख्य रूप से स्वच्छता रथ पारसिक टनल के दोनों छोर पर, सीएसएमटी से कल्याण के बीच स्थित झोपड़ियों के आसपास, डोंबिवली स्टेशन के सीएसएमटी छोर पर, विक्रोली, माटुंगा-सायन के बीच धोबी घाट, धारावी, सीएसएमटी-मस्जिद-सैंडहर्स्ट रोड के अलावा सीएसएमटी से मानखुर्द के बीच हार्बर लाइन पर वडाला और किंग्स सर्कल के बीच रावली जंक्शन, माहिम, चेंबूर और मानखुर्द के बीच, गुरु तेग बहादुर नगर और रावली खंड पर चलाई जा रही है।