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मुंबई, महाराष्ट्र सरकार द्वारा दो डोज ले चुके यात्रियों को अनुमति देने के बाद अब रेलवे को भी स्टेशनों के बंद दरवाजे खोलने पड़ रहे हैं। १५ अगस्त से पहले जहां अनुमानित २६ लाख यात्री रोजाना लोकल ट्रेनों से सफर कर रहे थे, वहीं अब इन यात्रियों की संख्या बढ़कर ३७ लाख के करीब पहुंच गई है।
यात्री बढ़ने के साथ ही पिछले सप्ताह सोमवार से रेलवे ने लोकल सेवाएं बढ़ा कर २,९८६ कर दीं। इससे पहले २,८१३ लोकल ट्रेनें रोजाना चल रही थीं। सामान्य स्थिति में पश्चिम रेलवे पर रोजाना १,३६७ तो मध्य रेलवे पर १,७७४ सर्विस चलती थी। इसके अलावा पश्चिम रेलवे चर्चगेट से विरार के बीच २२ और गेट खोलने जा रही है। इसी तरह पश्चिम रेलवे के कुल २४७ में से १२९ गेट खुल जाएंगे। इसके साथ ही मध्य रेलवे पर सभी ३२० द्वार खोले जा रहे हैं। पश्चिम रेलवे पर सभी ६६ एस्केलेर्ट्स और २४ लिफ्ट्स शुरू की जा रही हैं। मध्य रेलवे पर सभी ८८ एस्केलेटर्स और ४५ लिफ्ट्स शुरू की जा रही हैं।
पहले लॉकडाउन के बाद से ही रेलवे ने स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार सीमित कर दिए थे। १५ जून २०२० को जब केवल अतिआवश्यक सेवाओं के लिए लोकल ट्रेनें चलाई गई थीं, तब यात्रियों के लिए प्रत्येक स्टेशन पर एक ही प्रवेश और निकास द्वार सुनिश्चित कर दिया था। इसके बाद नवंबर २०२० के दौरान जब महिला यात्रियों को अनुमति दी गई, तब स्टेशनों के प्रवेश या निकास द्वार की संख्या बढ़ाई गई लेकिन इस दौरान एस्केलेटर और लिफ्ट जैसी सुविधाओं को बंद रखा गया। रेलवे के मुताबिक संक्रमण न पैâले और सही यात्रियों की पहचान हो, इसके लिए सुविधाओं को सीमित किया गया था।
दूसरी लहर के बाद जब लंबी दूरी की ट्रेनें बढ़ने लगीं, तब मुंबई के टर्मिनस स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की मांग होने लगी। खास तौर पर बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म तक पहुंचना मुश्किल होने लगा तब बोरिवली, बांद्रा टर्मिनस, मुंबई सेंट्रल, एलटीटी, दादर और सीएसएमटी जैसे स्टेशनों पर एस्केलेर्ट्स और लिफ्ट की सुविधाएं शुरू की गर्इं। अब उपनगरीय स्टेशनों पर भी एस्केलेर्ट्स इत्यादि खोले जा रहे हैं।

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