फिल्म उद्योग में वसूली के खिलाफ मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई
मुंबई, फिल्म उद्योग में ट्रेड व लेबर यूनियनों के अनावश्यक हस्तक्षेप को पूरी तरह खत्म करने के उद्धव सरकार के निर्देश के महीने भर के बाद मुंबई पुलिस ने फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्लूआईसीई) के कोषाध्यक्ष गंगेश्वर श्रीवास्तव उर्फ संजू को गिरफ्तार कर लिया है। गंगेश्वर श्रीवास्तव की गिरफ्तारी मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में पनप रहे माफिया राज के खिलाफ राज्य सरकार की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। दिंडोशी थाने की पुलिस ने गंगेश्वर को उगाही के एक मामले में गिरफ्तार किया है। वह चर्चित कला निर्देशक राजू साप्ते की आत्महत्या के मामले में भी वांछित रहा है और हाल ही में इस मामले में उसे पुणे की एक अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई थी।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्लूआईसीई) के नेताओं पर अरसे से मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता, निर्देशकों और कामगारों पर दबाव बनाकर वसूली करने के आरोप लगते रहे हैं। इंडस्ट्री के लोग बताते हैं कि फिल्म की शूटिंग के दौरान पहुंचकर इसके पदाधिकारी कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार और इसके चलते शूटिंग बंद करा देने की धमकी देकर कथित रूप से वसूली करते रहे हैं। निर्माता विपुल शाह ने पहली बार इस ट्रेड यूनियन के खिलाफ मोर्चा खोला था और इस मामले में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने एफडब्लूआईसी को फिल्मों की शूटिंग में हस्तक्षेप न करने का आदेश भी जारी कर दिया था। लेकिन, राजनीतिक पहुंच के चलते एफडब्लूआईसी के पदाधिकारियों के खिलाफ कभी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो सकी।
महाराष्ट्र के अतिरिक्त श्रम आयुक्त ने इस बारे में पिछले महीने निर्देश जारी करके स्पष्ट निर्देश दिए थे कि कोई भी यूनियन फिल्मों की शूटिंग में अनावश्यक हस्तक्षेप नहीं करेगी और ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गंगेश्वर श्रीवास्तव का नाम वरिष्ठ कला निर्देशक राजू साप्ते के 2 जुलाई को मानसिक प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर लेने के मामले में सामने आया था। उसके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ लेकिन उसने पुणे की एक अदालत से इस मामले में अग्रिम जमानत ले ली। अदालत ने उसे संबंधित पुलिस थाने में नियमित हाजिरी लगाने का निर्देश दिया था।
दिंडोशी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक धरणेंद्र कांबले ने बताया कि गंगेश्वर श्रीवास्तव को उगाही के अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक 31 जुलाई को दर्ज हुए इस नए मामले में नामजद अभियुक्त गंगेश्वर को पुलिस ने राजू साप्ते मामले में हाजिरी देने के लिए आते वक्त गिरफ्तार कर लिया। राजू साप्ते मामले में गिरफ्तार हुए लेबर यूनियन नेता राकेश मौर्या को भी मुंबई पुलिस ने रिमांड पर लिया है। दोनों से फिल्म इंडस्ट्री के उन लोगों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है जिनकी शह पर ये लोग फिल्मों की शूटिंग के दौरान वसूली करते रहे हैं।
गौरतलब है कि श्रमायुक्त कार्यालय ने अपने आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि शूटिंग के समय संबंधित स्टूडियो में शूटिंग की जगह तक पहुंच के लिए किसी भी संगठन के पहचान पत्र को अनिवार्य नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही, ट्रेड यूनियनों द्वारा गठित सतर्कता टीमों की कोई कानूनी मान्यता नहीं है और अगर वे सेट में हस्तक्षेप करने की कोशिश करते हैं, तो इस बारे में तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करनी चाहिए। ताजा मामला भी ऐसा ही जिसमें एक कर्मचारी को भुगतान दिलाने के नाम पर उससे वसूली की कोशिश की गई लेकिन संबंधित फिल्म कर्मचारी ने बजाय गंगेश्वर श्रीवास्तव की धमकी के आगे झुकने की इसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा दी। गंगेश्वर के अलावा इस मामले में राकेश मौर्य व राजेश अनुभवे के अलावा फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्लूआईसीई) के महासचिव अशोक दुबे को भी नामजद किया गया है।