१० दिनों में ३२ लोगों को लगाई चपत, पुलिस ने किया नागरिकों को सतर्क
वसई, वसई-विरार शहर के नागरिकों पर ठग इन दिनों कहर बनकर टूट पड़े हैं। इससे यहां के नागरिक परेशान हो गए हैं। पिछले १० दिनों में ३२ लोग इन ठगों के शिकार हो चुके हैं। दिन-दहाड़े हो रही इस तरह की घटनाओं से लोग भयभीत हो गए हैं। ठगी की वारदात करनेवालों में पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं। पुलिस ने नागरिकों को सतर्क करते हुए कहा है कि वे अनजान लोगों के साथ किसी तरह का कोई व्यवहार न करें। क्योंकि ऐसे में वे ठगी के शिकार हो सकते हैं।
गौरतलब है कि गत दिनों नालासोपारा-पूर्व में एक ज्वेलरी शॉप के मालिक को चार महिलाओं ने ११ किलो नकली चांदी देकर उससे साढ़े तीन लाख रुपए ठग लिए थे। वसई-विरार शहर में ऑनलाइन ठगी, राह चलते लोगों को पुलिस बताकर ठगने, नकली सोना देकर ठगी करने जैसी वारदातें तेजी से बढ़ रही हैं। रविवार शाम ४ बजे नालासोपारा निवासी निशा गुड्डू गुप्ता वसई स्कायवॉक पर खड़ी थीं, तभी एक शख्स उसके पास आया और खुद को पुलिसकर्मी बताकर उससे डेढ़ हजार रुपए ठगकर फरार हो गया। इसी तरह विरार पुलिस स्टेशन के नजदीक सड़क किनारे सब्जी बेच रही शकुंतला श्रीराम चव्हाण (५७) के पास एक शख्स आया और कहा कि आपके बेटे को फिल्मसिटी में नौकरी दिला दूंगा। इस तरह उसने वृद्धा को झांसा देकर उससे ४५ हजार रुपए की चेन व २२ हजार रुपए की कान की बाली ठगकर फरार हो गया। इन मामलों की पुलिस जांच कर रही है। गौरतलब है कि बीते १० दिनों में वसई-विरार के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में ठगी के लगभग ३० मामले दर्ज हुए हैं। वसई-विरार शहर में ठगों से लोग परेशान हैं। हालांकि, मीरा-भायंदर वसई-विरार पुलिस इन ठगों का पर्दाफाश करती रहती है।