घर-घर टीकाकरण, पहले चरण में ३० से ४४ उम्रवालों को प्रधानता
मुंबई, कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए अधिक से अधिक टीकाकरण के साथ ही घर-घर टीकाकरण करने की भूमिका राज्य की टास्क फोर्स अपनाने जा रही है। इसके तहत पहले चरण में ३० से ४४ वर्ष आयुवर्ग के लोगों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवथा न हो।
१ मई को १८ से ४४ वर्ष की आयु के लोगों को टीका लगाने के निर्णय की वेंâद्र की घोषणा के बाद से देशभर में टीकाकरण को लेकर भारी अव्यवथा की स्थिति है। ४५ वर्ष से ऊपर के लोगों को अभी तक पूरी तरह से टीका नहीं लगाया गया है। टीकों के पर्याप्त स्टॉक उपल्ब्ध नहीं हो रहे हैं। ऐसे में यदि एक ही समय में १८ से ४४ वर्ष के बीच के लोगों को टीकाकरण की नीति अपनाई जाती है, तो महाराष्ट्र में भारी पैमाने पर अव्यवथा होने की संभावना है। इस बात को ध्यान में रखकर पहले चरण में ३० से ४४ आयु के लोगों का टीकाकरण किया जाना चाहिए, ऐसा प्रस्ताव राज्य टास्क फोर्स ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुई बैठक में रखा है। इस संदर्भ में जल्द ही घोषणा की जाएगी, ऐसी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने दी।
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष सिंह, डॉ. प्रदीप व्यास, प्रधान सचिव विकास खारगे, टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. संजय ओक, डॉ. शशांक जोशी, डॉ. राहुल पंडित व वैद्यकीय शिक्षण संचालक डॉ. तात्याराव लहाने आदि उपस्थित थे। टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण होना जरूरी है, ऐसा डॉ. शशांक जोशी ने इस मौके पर कहा।