वांछित आरोपी ५ साल बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे
मुंबई, गोरेगांव में पांच साल पहले हुई हत्या के एक मामले में एक वांछित आरोपी को मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की यूनिट-११ ने अब गिरफ्तार किया है। चायनीज फूड खाकर पैसे न देने के कारण हुए विवाद में उक्त हत्या हुई थी। वारदात के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन यह चौथा आरोपी फरार हो गया था। बता दें कि वर्ष २०१६ के अक्टूबर महीने में वनराई पुलिस थाने में सुरेश हरिजन नामक शख्स की हत्या का मामला दर्ज हुआ था।
सुरेश को शराब पीने की लत थी। ३१ अक्टूबर, २०१६ की रात डेढ़ बजे के करीब एक चायनीज फूड की दुकान पर काम करनेवाले ४ कर्मचारियों ने सुरेश को घर से बाहर बुलाया और बाद में उसे लात-घूंसे से बुरी तरह पीटने लगे। पिटाई से बुरी तरह घायल हुए सुरेश को जोगेश्वरी-पूर्व स्थित ट्रॉमा सेंटर ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उस मामले में वनराई पुलिस ने ३ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जबकि उनका चौथा साथी फरार हो गया था। डीसीपी अकबर पठान के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनायक चव्हाण के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच यूनिट-११ की टीम कथित चौथे आरोपी की लगातार तलाश में जुटी थी। यूनिट-११ के अधिकारियों को वांछित चौथे आरोपी के प. बंगल के नादिया जिला स्थित चंदनदहा गांव में होने की सूचना मिल गई। जिसके बाद यूनिट-११ के एपीआई भरत घोने के नेतृत्व में सिपाही संतोष माने, अजय कदम और महेश रावराणे की टीम प. बंगाल पहुंच गई और वहां से चौथे आरोपी को दबोच लिया गया।