सब नींद में होंगे, तब गिरेगी सरकार : पाटिल
मुंबई : एक तरफ जहां सत्ताधारी दल महाविकास आघाड़ी के पूरे पांच साल तक चलने का दावा कर रहे हैं, वहीं विपक्ष की तरफ से सरकार के गिरने की आशंका प्रकट की जा रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकात दादा पाटिल ने सनसनीखेज बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र जब सो रहा होगा, तब महाविकास आघाड़ी सरकार गिर जाएगी। एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए पाटिल ने कहा कि आप पूछ रहे हैं कि यह सरकार कब गिरेगी? तो मैं कहूंगा कि जब सभी सो रहे होंगे, तभी यह सरकार गिर जाएगी, लेकिन यह नहीं बताऊंगा कि कब गिरेगी।
इधर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मराठा समाज ने आज आरक्षण के लिए सड़कों पर संघर्ष नहीं किया तो समय निकल जाएगा। उन्होंने दोहराया कि मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के हर आंदोलन का भाजपा समर्थन करेगी। माथेरान में उपनगराध्यक्ष आकाश कन्हैया चौधरी सहित शिवसेना के 14 में से 10 नगरसेवकों और पदाधिकारियों के भाजपा प्रवेश कार्यक्रम में पाटिल उपस्थित थे। माथेरान नगरपरिषद में अब भाजपा को बहुमत मिल गया है।
इस मौके पर भाजपा के प्रदेश महासचिव रविंद्र चव्हाण, रायगड जिला अध्यक्ष प्रशांत ठाकुर उपस्थित थे। पाटिल ने कहा कि भाजपा एक राजनीतिक दल के रूप में आंदोलन नहीं करेगी, लेकिन हम मराठा आरक्षण के लिए जो आंदोलन होगा, उसमें पार्टी का चिन्ह और बैनर को अलग रखकर शामिल होंगे। सांसद छत्रपति संभाजी राजे मराठा समुदाय के लिए आरक्षण पाना चाहते हैं। उन्हें नेतृत्व करने दें, हम उनका समर्थन करेंगे। मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन करने वाले किसी भी नेता का भाजपा समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने छत्रपति संभाजी राजे को सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री ने उन्हें राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त सांसद बनाने का फैसला किया ताकि उन्हें भाजपा कार्यालय में आकर आवेदन दाखिल न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को सत्ता में आए सात साल पूरे हो रहे हैं। कोविड का संकट है, ऐसे में भाजपा ने कोई जश्न नहीं मनाते हुए कोविड से संबंधित सेवा कार्य करने का निर्णय लिया है। उस दिन पार्टी देश के एक लाख गांवों और महाराष्ट्र के बीस हजार गांवों में जाकर सेवा कार्य करेगी। पार्टी देशभर में 50,000 बोतल रक्तदान करेगी। मराठा आरक्षण को लेकर भाजपा सांसद संभाजी राजे ने गुरुवार सुबह राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। दोनों के बीच तकरीबन 15 मिनट तक बातचीत हुई। भाजपा सांसद ने पवार से अनुरोध किया कि वे मराठा आरक्षण के लिए मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता, नारायण राणे, अजित पवार को एकसाथ लाने की पहल करें।