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महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शुक्रवार की रात राज्य की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल की तरह ही इस बार भी कोरोना से एकजुट होकर मुकाबला करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में और अधिक कड़े लॉकडाउन लगाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लोग प्रतिबंधों का पहले से ही सख्ती के साथ पालन कर रहे हैं.

उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि हम कोरोना महामारी के प्रसार की रोकथाम प्रतिबंधों और लॉकडाउन के जरिए कर रहे हैं. हमारा यह मानना था कि राज्य में 10 लाख एक्टिव कोरोना के केस हो सकते हैं. लेकिन अब तक कोरोना के 7 लाख राज्य में सक्रिय मरीज हैं. उनकी तरफ से राज्य की जनता को यह संबोधन ऐसे वक्त पर गया जब एक दिन बाद यानि 1 मई से वैक्सीनेशन के चौथे चरण की शुरुआत हो रही है. लेकिन राज्य सरकार ने वैक्सीन की कमी का हवाला देकर कल से शुरू करने में असमर्थता जताई है.

इससे पहले, महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 15 मई तक बढ़ा दिया, ताकि राज्य में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर रोक लगाई जा सके. मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि पाबंदियां बढ़ाने का निर्णय किया गया है क्योंकि राज्य में कोविड- 19 का खतरा बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि आपातकालीन उपाय जारी रखना अनिवार्य है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके. लोगों की आवाजाही और अन्य गतिविधियों पर पाबंदियां इस महीने की शुरुआत में लगाई गई थीं, जो एक मई सुबह सात बजे तक के लिए थी. सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है जिसमें एक स्थान पर पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है. पाबंदियों से आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है.

महाराष्ट्र में कोरोना की रफ्तार पूरी तरह से बेकाबू हो चुकी है. संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के प्रयास का अब तक कोई खास असर होता हुआ नहीं दिख रहा है. गुरुवार को राज्य में 66 हजार 159 नए केस आए जबकि 771 लोगों की पिछले 24 घंटे के दौरान जान चली गई. इस वक्त राज्य में कुल 6 लाख 70 हजार 301 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है.


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