मुंबई : अब होगा सचिन वझे का डीएनए टेस्ट, लिया गया ब्लड सैंपल
मनसुख को क्लोरोफॉर्म सुंघाकर बेहोश करके उसके मुंह में 4-5 रुमाल ठूंस दिए
मुंबई : सीएसएमटी के पास लगे एक सीसीटीवी में दिखा है कि 17 फरवरी को वझे सड़क पार करके बीच सड़क पर खड़ी काले रंग की वॉल्वो में जाकर बैठा। मनसुख इसी गाड़ी में बैठा था। फिर वे जीपीओ की ओर गए। वझे का 20 फरवरी का लैंड क्रूजर गाड़ी से होटल से निकलने वाला सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। ये गाड़ियां NIA के पास हैं। इनकी फॉरेंसिक जांच जारी है। NIA सूत्रों के अनुसार, वझे का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। इसके लिए वझे का ब्लड सैंपल लिया गया है।
अंबानी की बिल्डिंग के बाहर मिली जिलेटिन लदी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मर्डर मिस्ट्री करीब एक महीने बाद सुलझ गई है। ATS के सूत्रों के अनुसार, मनसुख मर्डर मिस्ट्री का मुख्य सूत्रधार निलंबित और गिरफ्तार API सचिन वझे ही है। उसने सुपरकॉप बनने के चक्कर में जिलेटिन रखने और मनसुख की हत्या करने की साजिश रची थी। सूत्रों के अनुसार, मनसुख को पहले क्लोरोफॉर्म सुंघाकर बेहोश किया गया, फिर गाड़ी में ही उसके मुंह में रुमाल ठूंसने के बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई थी। फिर उसकी लाश को ठाणे की रेती बंदर खाड़ी में फेंक दिया था।
ATS को इस हत्या को अंजाम देने में करीब 11-12 लोग शामिल होने का संदेह है। हालंकि मनसुख केस की जांच अब NIA कर रही है। वझे के राजदार और लखन भैया एनकाउंटर कांड के सजायाफ्ता निलंबित सिपाही विनायक शिंदे (51) और वझे को 15 सिम कार्ड मुहैया कराने वाले क्रिकेट बुकी नरेश गौड़ (31) से हुई पूछताछ में यह सब पता चला। वैसे NIA कोर्ट में जज पी.पी सितरे के समक्ष वझे के वकील ने कहा, 'वझे का मनसुख मर्डर केस से कोई लेना-देना नहीं है। उसे बलि का बकरा बनाया गया है।' NIA के वकील अडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने कोर्ट से कहा कि अपराध में किसी पुलिसकर्मी के शामिल होने और वझे के घर से NIA को मिले 62 कारतूसों की जांच की जरूरत है। NIA कोर्ट ने आतंकवाद कानून UAPA की धारा 16 और 18 के आरोपी वझे को 3 अप्रैल तक के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया है।
टेक्निकल मोबाइल टॉवर और आईपी इवेल्यूएशन के आधार पर पता चला है मनसुख की हत्या के समय वझे वहीं था। बाद में उसने मुंबई पुलिस मुख्यालय स्थित अपने CIU ऑफिस में जाकर अपना मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा दिया, ताकि उसकी लोकेशन वहीं दिखाई दे उसने बताया कि 4 मार्च को वह पूरे दिन आयुक्तालय में था, जबकि उसका मोबाइल लोकेशन 4 मार्च को दोपहर 12:48 मिनट पर चेंबूर की MMRDA कॉलोनी में था।