सचिन वझे को दोबारा बहाल किए जाने की जांच की मांग
मुंबई : भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पिछले साल सचिन वझे को मुंबई पुलिस में दोबारा बहाल किये जाने की जांच कराए जाने की सोमवार को मांग की। मुंबई पुलिस ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटक से भरी एक स्कॉर्पियो बरामद किये जाने की घटना की जांच के सिलसिले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद वझेको सोमवार को निलंबित कर दिया। वझे ने 63 कथित अपराधियों का एनकाउंटर किया था। वह ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत के मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि अंबानी के घर के पास से बरामद हिरन की स्कॉर्पियो वझे के पास ही थी। हिरन पांच मार्च को ठाणे जिले में मृत पाए गए थे। वह राज्य काडर के 1990 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें 2002 के घाटकोपर विस्फोट मामले के संदिग्ध ख्वाजा यूनुस की हिरासत में मौत के मामले में उनकी भूमिका के लिए 2004 में निलंबित कर दिया गया था। वझे को पिछले वर्ष सेवा में बहाल कर दिया गया था। सोमैया ने ट्वीट किया, वझे को एकबार फिर निलंबित कर दिया गया है। लेकिन क्यों, कैसे, किस आधार पर और किसने छह जून, 2020 को उनकी दोबारा नियुक्ति की। इसकी जांच होनी चाहिये। इसके लिये जिम्मेदार व्यक्ति को दंडित किया जाना चाहिये। वझे ने उस टीम का नेतृत्व किया था, जिसने पत्रकार अर्णब गोस्वामी को आत्महत्या के लिए उकसाने के एक मामले में पिछले वर्ष नवम्बर में गिरफ्तार किया था। वझे अपनी निलंबन अवधि में शिवसेना में शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल में कहा था कि वझे 2008 तक शिवसेना के सदस्य रहे थे। इस बीच,भाजपा विधायक नितेश राणे ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सट्टेबाजों से वसूली मामले में युवा सेना (शिवसेना की युवा इकाई) नेता वरुण सरदेसाई के वझे के साथ संबंध होने का सोमवार को आरोप लगाया।