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मुंबई: महाराष्ट्र के जलगांव में सरकारी वीमेन्स हॉस्टल में युवतियों को जबरन कपड़े उतारकर न्यूड डांस करवाने का मामला सामने आया है. आरोपों के मुताबिक हॉस्टल की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी ही युवतियों को न्यूड डांस करने के लिए मजबूर कर रहे थे. बुधवार को बीजेपी ने इस मामले को विधान सभा बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में उठाया. जिसके बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. 

विपक्ष में बैठी बीजेपी ने महाविकास अघाड़ी सरकार पर जमकर हमला किया. बीजेपी विधायक श्वेता महाले ने कहा कि अब महाराष्ट्र में अपराधियों के हौसले सातवें आसमान पर हैं. ऐसा लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का समय आ चुका है. 

विधान सभा में मुद्दा उठाए जाने के बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले पर कठोर और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया. उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े सभी वीडियो क्लिप्स मिल गए हैं. युवतियों का स्टेटमेंट लिया जा रहा है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.  

बता दें कि जलगांव के आशादीप वीमेन्स हॉस्टल में निराश्रित महिलाओं के रहने और खाने की व्यवस्था होती है. लेकिन जिस तरह युवतियों के साथ अत्याचार हुआ उसे लेकर हर कोई आहत है. यहां रहने वाली युवतियों ने आरोप लगाया है कि 1 मार्च को कुछ पुलिसकर्मियों और बाहर से आए हुए लोगों ने उनसे जबरन कपड़े उतरवाकर डांस करवाया था.

युवतियों को न्याय दिलाने के लिए इंदुबाई सामाजिक संस्था आगे आई है. इंदुबाई संस्था की अध्यक्ष मंगला सोनवणे ने कहा कि हॉस्टल में युवतियों के साथ अत्याचार होता था. जबरन उनके कपड़े उतरवाकर डांस करवाया जाता था. उन्होंने कहा कि हमने इस बारे में कलेक्टर को शिकायत दी है. कार्रवाई नहीं होगी तो हम आंदोलन करेंगे. 

वहीं जलगांव के जिलाधिकारी अभिजीत राउत ने कहा कि आशादीप हॉस्टल में रहने वाली एक युवति की शिकायत मिली है. हमने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और डॉक्टर को वहां जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि पीड़िता को विश्वास में लेकर बयान लिया जा रहा है, जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.  

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