भिवंडी : अस्पताल में वेंटीलेटर की सुविधा न होने के कारण सर्पदंश से आदिवासी मजदूर की मौत
भिवंडी : भिवंडी का एकलौता आईजीएम उप जिला अस्पताल असुविधाओं का अस्पताल हो गया है। अस्पताल में वेंटीलेटर की सुविधा न होने के कारण सांप काटने से एक आदिवासी मजदूर की मौत हो गई। आदिवासी मजदूर का उपचार कर रहे डॉक्टर ने बताया कि उसका प्राथमिक उपचार उचित तरीके से किया गया था, लेकिन अस्पताल में वेंटीलेटर न होने के कारण उसे वेंटीलेटर उपलब्ध नहीं कराया जा सका, जबकि उसे वेंटीलेटर की सख्त आवश्यकता थी, अस्पताल में वेंटीलेटर लगाने के लिए कोई विशेषज्ञ भी नहीं है। नॉन कोविड आईजीएम उप जिला अस्पताल के सभी वेंटीलेटर कोविड-19 आईजीएम अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए उपयोग किया जा रहा है। जिसके कारण नॉन कोविड आईजीएम उप जिला अस्पताल में एक भी वेंटीलेटर नहीं है। जव्हार का रहने वाला आदिवासी मजदूर विट्ठल कोरडा (55) अपनी पत्नी के साथ कारीवली में एक इमारत निर्माण में मजदूरी का काम कर रहा था। गुरुवार की दोहपहर उसे सांप ने काट लिया था, उपचार के लिए उसे तत्काल आईजीएम उप जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार किया गया था, लेकिन उसी दिन सायं उसकी हालत खराब हो गई जिसके कारण उपचार के लिए आईजीएम के डॉक्टरों ने उसे तत्काल कलवा अथवा मुंबई सरकारी अस्पताल में ले जाने की सलाह दिया था, लेकिन कलवा अस्पताल जाने के पहले ही हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसकी मौत हो गई है। इस मामले में उसका उपचार कर रही डॉ. जयश्री डोंगरे ने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत ज्यादा खराब होने पर अस्पताल में वेंटीलेटर न होने के कारण उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने की सलाह दिया गया था। उन्होंने बताया कि मजदूर का उपचार चल ही रहा था कि अचानक उसका रक्तदाब बढ़ने लगा, ब्रेन ह्यूमर जैसा दर्द होने के कारण अचानक उसकी मौत हो गई है।