भायंदर : सिलाई मशीन खरीदी घोटाला के बाद इसी तरह सैनिटाइजर पम्प खरीदी घोटाला की जांच के आदेश
भायंदर : सिलाई मशीन खरीदी घोटाला के बाद इसी तरह का एक और घोटाला सामने आया है। इस बार मीरा रोड में भाजपा के मनोनीत प्रभाग समिति सदस्य सजी आईपी पर बाजार भाव से 2150 रुपया (42 फीसदी) अधिक दाम पर मेन्यूवल सैनिटाइजर स्प्रे पम्प खरीदने का आरोप है। सोमवार को मीरा-भायंदर मनपा की आमसभा में कांग्रेस नगरसेवक राजीव मेहरा द्वारा यह मुद्दा उठाने पर पीठासीन अधिकारी (महापौर) ज्योत्स्ना हसनाले ने जांच का आदेश दिया।
मेहरा ने बताया कि सजी आईपी के प्रभाग समिति फंड से करीब 10 लाख रुपया खर्च कर एसपी कंपनी (एमपी 160 मॉडल) की 112 सैनिटाइजर पम्प खरीदी गई। प्रति पम्प का 8850 रुपया (कर सहित) चुकाया गया है। जबकि उन्होंने इसी कंपनी का यही मॉडल खुले बाजार से 6700 (कर सहित) खुदरा दाम में खरीदा है। सजी आईपी ने लक्षता ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन से पम्प खरीदा था। इसी की सिस्टर एजेंसी (एक ही पते पर दोनों हैं ) सिध्दिविनायक कंपनी ने उन्हें 6250 (प्लस कर) का कोटेशन हाल ही में दिया है।
मेहरा ने कहा कि जनता के द्वारा चुकाए कर के पैसे से यह पम्प खरीदी गई थीं। लेकिन इनका वितरण भाजपा नेता ने अपने जन्मदिन (निजी कार्यक्रम) पर शांति पार्क, साईबाबा नगर, शीतल नगर की कुछ चुनिंदा सोसाइटियों के ही लोगों को अपने ऑफिस में बुलाकर किया। जबकि नियमतः मनपा के मार्फत बांटा जाना चाहिए था। सिर्फ वोट बैंक पक्का करने के लिए ऐसा किया गया। पम्प पर भाजपा नेता के नाम का स्टिकर भी चस्पा किया गया है। मेहरा ने कहा की यह सैनिटाइजर पम्प कोविड़ 19 का कारण आगे कर खरीदी गई थी। 12 लीटर क्षमता वाली पम्प का वजन 8 किलो है। भला 20 किलो वजन कंधे पर रखकर कोई व्यक्ति छिड़काव कर सकेगा क्या? इसलिए इनके उपयोग की संभावना भी कम ही है। सोसाइटियों को सैनिटाइजर पम्प उपलब्ध कराने के लिए मैंने मनपा को पत्र दिया था।खरीदी मनपा ने ही किया है। अगर इसमें घोटाला हुआ है तो इसकी जांच के लिए मैं खुद मीरा-भायंदर मनपा आयुक्त को पत्र देने वाला हूँ।