मुंबई : 32 वर्षीय महिला की डेडबॉडी बिना खरोंच आये 20 किमी कैसे बह गई
मुंबई : शनिवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश में असल्फा की 32 वर्षीय महिला शीतल भानुशाली खुले गटर में गिर कर बह गई और उसका शव 2 दिन बाद हाजी अली समुद्र में मिलने पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है. इस हादसे से बीएमसी के अधिकारी भी चकित हैं. बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पी वेलरासु ने मामले की जांच डीएमसी से कराने का आदेश दिया है. वेलरासु ने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट 15 दिनों में मिल जाएगी. घटना की जांच में आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल कर महिला कैसे गटर में गिरी इसका पता लगाया जाएगा. बीएमसी अधिकारी दोषी पाये जाते हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
शीतल भानुशाली का शव असल्फा से हाजी अली तक बह कर आ गया, यह बात बीएमसी के गले नहीं उतर रही है. बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि असल्फा से हाजी अली की दूरी कम से कम 20 से 22 किमी है. शव बीच में बिना रुके रुके सीधे हाजी कैसे पहुंच गया. अधिकारी का कहना है कि गटर की लाइन के बीच में कई जगह कचरा निकालने के लिए मोटी-मोटी जालियां लगाई गई हैं. शव कोई छोटी वस्तु नहीं है जो जाली को पार कर बह जाए. असल्फा से आगे साकीनाका में लगी ग्रिल से प्रतिदिन रुके हुए कचरे को निकाला जाता है. असल्फा से आनेवाली गटर की लाइन मीठी नदी से माहिम में आकर मिली है. इसलिए डेडबॉडी यदि बहती हुई आई तो उसे माहिम में मिल जाना चाहिए था. बह कर आने पर शव मीठी नदी के मुहाने पर मिलना चाहिए था, लेकिन वहां से हाजी अली कैसे पहुंच गया.
गटर का ढक्कन खुला रखने का आरोप
शीतल के परिवार ने बीएमसी पर गटर का ढक्कन खुला रखने का आरोप लगाते हुए बीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है. परिवार का कहना है कि शीतल शनिवार शाम को अपने बेटे के साथ किसी काम के लिए बाहर गई थी. कुछ समय बाद उसने बेटे को घर भेज दिया और वहीं रुक गई. सामान लेकर घर आते समय तेज बारिश शुरू हो गई. सड़क के साथ चाल में जल जमाव होने की जानकारी शीतल ने परिवार को फोन पर दी थी. उसके बाद से परिवार से संपर्क नहीं हो सका. बरसात रुकने के बाद भी शीतल रात तक घर नहीं लौटी तो परिवार ने उसे खोजना शुरू किया. परिवार की तरफ से रात में घाटकोपर पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया. सुबह फिर महिला की खोज शुरू हुई और एक गली में आधा खुला गटर मिला और उसके बगल में आटे की बोरी मिली. तभी लोगों ने आशंका जताई थी कि कहीं महिला गटर में तो नही गई.
स्थानीय नगरसेवक किरण लांडगे ने कहा कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती इस कुछ बोलना उचित नहीं होगा. मामले की जांच बीएमसी और पुलिस दोनों कर रही है. इस मामले में एल वॉर्ड के सहायक आयुक्त मनीष वालुंज ने कहा कि जांच चल रही है और जांच में पता चलेगा कि यह हादसा कैसे हुआ है.