मुंबई : कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ चुकी है।
मुंबई : 20,569 ऐक्टिव केस थे। एक महीने पहले इनकी तादाद 29,288 थी। पिछले एक हफ्ते में मुंबई में नए कोरोना केस की वृद्धि दर 0.91% पर आ गई। पिछले हफ्ते ग्रेटर मुंबई नगरपालिका, नीति आयोग और टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) की तरफ से किए गए एक सीरो सर्वे में पता चला कि मुंबई की मलिन बस्तियों की 57% आम आबादी सार्स कोव-2 वायरस के संपर्क में आ चुकी है। इसका मतलब है कि मुंबई की करीब आधी आबादी कोरोना से संक्रमित हो चुकी है।
पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन में में लाइफकोर्स एपिडेमियॉलजी के हेड डॉ. गिरिधर बाबू का कहना है कि दुनियाभर के शहरों में किए गए सर्वे बताते हैं कि संक्रमित लोगों का अधिकतम रेंज 35% तक है। लेकिन मुंबई में यह 57% है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। वो खासकर केस रिप्रोडक्श का 1% से नीचे आने को बड़ी राहत की बात मानते हैं। मतलब यहां दुनिया के किसी भी शहर के मुकाबले सबसे ज्यादा हर्ड इम्युनिटी डिवेलप हो चुकी है।
दिल्ली में संचालित सीरो सर्वे में पता चला कि 22% आबादी सार्स कोव- 2 से संक्रमित हो चुकी है। 27 जून से 10 जुलाई के बीच यह सर्वे राष्ट्रीय राजधानी के 11 जिलों में किया गया था। दिल्ली में महामारी के मरीजों का रिकवरी रेट भी बढ़कर 89.5% पर आ पहुंचा है जो बेहद उत्साहवर्धक है।
27 जून को दिल्ली में रेकॉर्ड 28,329 ऐक्टिव केस आए थे। उसके बाद इसकी तादाद लगातार घटने लगी और अब ऐक्टिव केस और नए केस की संख्या में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है। इसी तरह 1 जुलाई को कुल 27,007 ऐक्टिव केस थे जो जुलाई खत्म होते-होते ये घटकर 10,743 पर आ पहुंचे। रविवार को वहां सिर्फ 10,365 मरीज इलाजरत थे।
दिल्ली में रविवार को महज 961 नए कोरोना केस आए जबकि 19 जून को 3,137 नए केसों का रेकॉर्ड बना था। कोविड- 19 महामारी से मरने वालों की संख्या भी घटकर 15 रह गई जो पिछले 2.5 महीने में सबसे कम है। अब दिल्ली में इस महामारी से मृतकों की तादाद 4 हजार के पार पहुंच गई है। 15 जून को दिल्ली में सबसे अधिक 73 मरीजों की मौत हुई थी।