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मुंबई : महाराष्ट्र के पालघर में गुरुवार को दिल दहला देने वाली घटना हुई है। जिसमे २ साधुओं समेत 3 लोगों की पिट-पीटकर निर्मम हत्या की गई। इस साधुओं की हत्या के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। मामले के तीन दिन बाद एक विडिओ सामने आया जिसके बाद सबके सामने सच्चाई आई है। भाजपा के राष्ट्रिय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस विडिओ में दिखने वाले एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान को को लेकर जानकारी मांगी थी। इस विडिओ को देखकर पता चलता है कि वह संदिग्ध व्यक्ति शरद पवार के राष्ट्रवादी पार्टी का है।  

भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर विडिओ में सफ़ेद और पिले रंग की टीशर्ट पहने व्यक्ति के बारे में पूछा था। पात्रा ने महाराष्ट्र के लोगों से भी कहा था कि, अगर कोई व्यक्ति इस इसे पहचानता हो तो, बताए। संबित पात्रा ने कहा कि, विडिओ में वह व्यक्ति भीड़ को निर्देशित करते हुए नजर आ रहा है। इसलिए उक्त व्यक्ति पहचान सामने आने के बाद इस मामले का सच सामने आ सकता है। वहीं भाजपा के महासचिव सुनील देवधर ने पालघर मॉब लिंचिंग मामले में बड़ा खुलासा किया है। भीड़ के दौरान स्थानीय लोगों का हवाला देते हुए उक्त व्यक्ति  का नाम बताया है। देवधर ने बताया की उस व्यक्ति का नाम काशीनाथ चौधरी है। काशीनाथ चौधरी राष्ट्रवादी पार्टी का जिला सदस्य है।

सुनील देवधर के अनुसार भीड़ में सीपीएम के पंचायत सदस्य और उसके साथ विष्णु पातरा, सुभाष भावर और धर्मा भावर शामिल था। इसलिए भीड़ में NCP और CPM के नेताओं की मौजूदगी को लेकर कई सवाल उठ रहे है। साथ ही संबित पात्रा ने इस मामले में इसे बड़ा खुलासा करार दिया है।  इस खुलासे को लेकर संबित पात्रा ने कई सवाल खड़े किए। उन्होंने इस एक साजिश बताया। साथ ही उन्होंने पूछा – उस जगह पर राजनितिक पार्टियों के नेताओं की मौजूदगी का क्या अर्थ समझे?- उस भीड़ में वो क्या कर रहे थे?- क्या वे भीड़ को भड़का रहे थे? इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, पालघर की भीड़ में वही लोग मौजूद थे, जो भाजपा से घृणा करते है, भगवा से घृणा करते है। 

गुरुवार को पालघर जिला के कासा पुलिस स्टेशन अंतर्गत महाराष्ट्र और दादरा नगर हवेली बॉर्डर पर स्थित गडचिंचले गांव में 2 संतों की पीट-पीटकर निर्मम हत्या की गई। पुलिस की मौजूदगी में यह अमानवीय कृत्य हुआ था। इसलिए लोग इस घटना को किसी साजिश के साथ जोड़कर देख रहे हैं.मुंबई के जोगेश्वरी पूर्व  स्थित हनुमान मंदिर के महंत  सुशील गिरी महाराज ( 35 ), निलेश तेलगडे (30 ), महंत चिकने महाराज कल्पवृक्ष गिरी (70 ) गुरुवार को लॉकडाउन के कारण दादरा नगर हवेली के रास्ते इको कार में सवार होकर अपने गुरु की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए सूरत जा रहे थे.कासा पुलिस स्टेशन अंतर्गत महाराष्ट्र और दादरा नगर हवेली बॉर्डर पर रात करीब 10 बजे 400 से 500 तक गडचिंचले गांव वालों ने इनकी कार को रोककर लाठी,डंडे, हथियार से हमला कर तीनों को मौत के घाट उतार दिया. बताया जाता है कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस पर भी भीड़ ने हमला कर दिया और उनकी गाड़ियों को भी तोड़ डाला, इस हमले में 2 पुलिस के जवान घायल हो गए.  

हमारा गांव, हमारा कानून वालों के सामने असहाय बने कानून के रखवालों की मौजूदगी में इस हत्याकांड में पालघर पुलिस ने करीब 101 लोगों को गिरफ्तार कर शनिवार को दहानू कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने गिरफ्तार आरोपियों में से 9 नाबालिगों को भिवंडी सुधारगृह और बाकी सभी को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.


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