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कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण के चलते ज्यादातर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (WFH)दे दिया है। तो जिन इंडस्ट्रीज में यह संभव नहीं था, उन्होंने अपने कर्मचारियों को लीव पर भेज दिया है। अब जरूरी है यह जानना कि आखिर आप घर में रहकर अपनी इम्यूनिटी कैसे बढ़ा सकते हैं... नाश्ते में प्रोटीन डायट लें- प्रोटीन से हमारे शरीर को L-Arginine अमीनो एसिड मिलता है, जो हमारे शरीर में हेल्पर टी-सेल्स को जनरेट करने में मदद करता है। ये टी-सेल्स हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेवाली सेल्स को एनर्जी देती हैं। आप नाश्ते में दलिया, उबली हुई दालों की सलाद, साबुत अनाज और स्प्राउट्स खा सकते हैं।
L-Arginine अमीनो एसिड से बनने वाली हेल्पर टी-सेल्स ही हमारे शरीर में प्रवेश कर चुके किसी वायरस या बैक्टीरिया से सबसे पहले मिलती हैं। ये उस वायरस को ऑब्जर्व करती हैं और उसका एक तरह का ब्लू प्रिंट तैयार करती हैं। इसके बाद इम्यूनिटी सेल्स को वायरस का ब्लू प्रिंट देती हैं और उन्हें यह बताने का काम करती हैं कि शरीर की रक्षा के लिए किस तरह की ऐंटिबॉडीज बनाने की जरूरत है।
घर की छत या बालकनी में धूप के वक्त कुछ समय जरूर बिताएं। इस दौरान आप अपनी पंसद की किताबे पढ़ सकते हैं या चहलकदमी कर सकते हैं। धूप में वक्त बिताना इसलिए जरूरी है क्योंकि धूप हमारे शरीर में मौजूद इंफेक्शन से फाइट में मदद करनेवाली टी-सेल्स को एनर्जी देने का काम करती है।
मेडिटेशन करने से हमारा ब्रेन शांत रहता है और हैपी हॉर्मोन्स का प्रॉडक्शन बढ़ता है। ये हॉर्मोन्स हमारे शरीर की अन्य कोशिकाओं को स्ट्रेस फ्री करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर अंदर से मजबूत बनता है और इम्यून सेल्स को वायरस से प्रभावित बॉडी पार्ट्स को पहचानने में आसान होती है। साथ ही इम्यून सेल्स पूरी पॉवर के साथ उस वायरस पर अटैक कर पाती हैं।
स्ट्रेस फ्री रहना कई तरीकों से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसके लिए आप डांस, म्यूजिक, मेडिटेशन, भजन-कीर्तन और पसंदीदा किताबों की मदद ले सकते हैं। खुश रहने की अधिक से अधिक कोशिश करें। क्योंकि खुश रहने से हमारे शरीर में एंडोर्फिन का प्रॉडक्शन बढ़ता है, जो हमें रिलैक्स करता है। जब शरीर रिलैक्स होता है तो इम्यूनिटी अपने आप बढ़ जाती है।
कई स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग सप्ताह में 5 से 6 दिन एक्सर्साइज करते हैं, उन्हें कोल्ड और सोर थ्रोट होने के चांस उन लोगों की तुलना में 50 प्रतिशत तक कम हो जाते हैं, जो लोग एक्सर्साइज नहीं करते हैं। एक्सर्साइज से हमारे शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम बूस्ट होता है और तेजी से ब्लड सेल्स (WBC)बनाता है। ये ब्लड सेल्स शरीर में पहुंचे वायरस को मारने का काम करती हैं।
नींद हमारे शरीर को इम्यून सेल्स के डिस्ट्रिब्यूशन में मदद करती है। यानी नींद के वक्त हमारे इम्यूनिटी सिस्टम के लिए इंफेक्शन वाली जगह खोजकर वहां इम्यून सेल्स को पहुंचाना आसान हो जाता है। फिर ये इम्यून सेल उन वायरस को खत्म करने का काम करती हैं। इस तरह से नींद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।
नींद हमारे शरीर को इंफेक्शन के हिसाब से लड़नेवाली इम्यून सेल्स के प्रोडक्शन में मदद करती है। यानी जो वायरस या बैक्टीरिया हमारे शरीर में एंट्री ले चुका है, उसे खत्म करने के लिए किस तरह की ऐंटिबॉडीज का निर्माण शरीर को करना चाहिए, यह पहचानने में नींद बहुत मदद करती है।

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