नागपुर : 304 करोड़ का परिवहन बजट
नागपुर : वित्तीय वर्ष 2020-21 में आपली बस की परिवहन सेवा में कई तरह के उपायों के चलते अब विभाग को 304.17 करोड़ की आय होने की आशा करते हुए गुरुवार को परिवहन सभापति बाल्या बोरकर की ओर से स्थायी समिति को परिवहन का बजट पेश किया गया. हालांकि बजट में नई योजना के अनुसार इस वित्तीय वर्ष में कितनी आय होगी, इसका तो खुलासा नहीं किया गया, लेकिन नई योजनाएं लागू होते ही परिवहन विभाग की आय में निश्चित ही वृद्धि होने का दावा भी उन्होंने किया. परिवहन बजट में करोत्तर आय के रूप में जहां 120.25 करोड़ की आय होने का अनुमान लगाया गया, वहीं राजस्व अनुदान के रूप में सर्वाधिक 148 करोड़ की आय होने की आशा भी जताई गई, जबकि पूंजी निवेश के तहत मिलनेवाले अनुदान के रूप में 20 करोड़ प्राप्त होंगे.
बोरकर ने कहा कि शहर के प्रमुख बस स्टाप पर स्पाट बुकिंग के लिए कंडक्टर स्टाफ एजेन्सी के माध्यम से नियुक्त करने का मानस है, जिससे बस स्टाप से छूटनेवाली बसों में नियोजित समय से पहले यात्रियों को टिकट वितरित करने के बाद ही बसों को छोड़ा जाएगा. इससे बसों में बिना टिकट की संख्या कम होने से आय में वृद्धि होने का मानस उन्होंने जताया. इसी तरह यात्रियों को एक पूरा दिन किसी भी बस से यात्रा करने के लिए एक दिवसीय पास (वन-डे) की नई योजना लागू करने का मानस है. मोरभवन में काउंटर का निर्माण पूरा होने के बाद ही इस तरह की योजना की शुरुआत की जाएगी. हालांकि नई योजना कब से शुरू होगी, इसका कोई भी खुलासा नहीं किया गया.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में परिवहन सभापति की ओर से पुणे की तर्ज पर तेजस्विनी महिला विशेष बस को साधारण करने का मानस जताया गया था. किंतु अब तेजस्विनी महिला विशेष बस बदस्तूर जारी रहने की घोषणा भी उन्होंने की. योजना अंतर्गत प्राप्त 9.30 करोड़ के अनुदान से पर्यावरण पूरक प्रदूषणमुक्त इलेक्ट्रिक पर चलनेवाली 5 बसों की खरीदी की गई थी. मनपा के 26 हजार वर्गफुट जमीन पर चार्जिंग स्टेशन निर्मिति सहित लकड़गंज में मातृशक्ति बस अड्डे का उद्घाटन किया गया है, जिससे भविष्य में 40 इलेक्ट्रिक मिडी बस सड़कों पर दौड़ने लगेगी. आपली बस के बेड़े में कुल 436 बस शामिल होने की जानकारी भी उन्होंने दी.
उन्होंने बताया कि यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रमुख बस स्टाप पर वाटर एटीएम लगाया जाएगा, जिसके लिए बजट में 1 करोड़ का प्रावधान किया जा रहा है. इसके अलावा शहर सीमा के बाहर ग्रामीण हिस्सों में जानेवाली बसों को नियोजित स्थान पर बस के रुकने का फलक भी लगाया जाएगा, जिसके लिए अलग से बजट में 1 करोड़ का प्रावधान किए जाने की जानकारी भी दी. बोरकर ने कहा कि बसों में पैसे लेने के बावजूद टिकट दिए बिना ही होनेवाले अवैध संचालन तथा अन्य मार्गों से होनेवाली चोरी को रोकने के लिए इसकी सूचना या जानकारी देनेवालों को प्रोत्साहन पर निधि देने के उद्देश्य से 10 लाख रु. का प्रावधान आम बजट में प्रस्तावित करने की सिफारिश स्थायी समिति सभापति से की गई है. इन निधि अंतर्गत स्थायी समिति की ओर से सूचना देनेवालों को पुरस्कृत किया जाएगा.