दिल्ली : संपत्ति विवाद में खून के प्यासे बने दो भाई, गोली मारकर ली एक-दूसरे की जान
दिल्ली : दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में संपत्ति विवाद में दो सगे भाइयों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं। हमले में दोनों भाइयों की मौत हो गई। वारदात इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। 61 वर्षीय नंदराम और सरला नागर के चार बेटे राहुल, मोहित, तनुज और सिद्धार्थ हैं। राहुल सबसे बड़ा था। मोहित का ट्रांसपोर्ट का कारोबार है, तनुज फिलहाल बेरोजगार था, जबकि सबसे छोटा सिद्धार्थ पढ़ाई कर रहा है। बताया गया कि राहुल और तनुज के बीच संपत्ति को लेकर विवाद था।
राहुल को दो गोलियां लगीं : रविवार रात 12 बजे राहुल घर लौटा तो उसने देखा कि तनुज घर के नीचे शराब पी रहा है। इसे लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। इस दौरान तनुज ने राहुल के पेट में गोली मार दी। राहुल ने पिस्टल छीनने की कोशिश की तो तनुज के सीने में भी गोली लग गई। यह देख राहुल भागने लगा, लेकिन 20 मीटर दूर जाकर गिर गया। पीछे से आए तनुज ने फिर से राहुल के सीने में गोली मार दी। इसके बाद घायल तनुज भी सड़क पर गिर गया। आसपास के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने राहुल को पास के सेंट स्टीफंस और तनुज को बाड़ा हिंदूराव अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, एक गोली राहुल के शरीर से आर-पार हो गई, जबकि दूसरी अंदर ही फंसी रह गई। पुलिस ने सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिया।
राहुल की शादी तीन साल पहले रामपुरा निवासी लक्ष्मी से हुई थी। दोनों का डेढ़ साल का बेटा है। परिजनों ने बताया कि आए दिन होने वाले झगड़ों से तंग आकर राहुल घर छोड़कर जाना चाहता था। उसे तिमारपुर में सरकारी फ्लैट भी आवंटित हो गया था। इन दिनों वह साकेत कोर्ट में तैनात था। 25 मार्च को वह नए फ्लैट में शिफ्ट होने वाला था। गौतमबुद्ध नगर के मारीपत इलाके के रहने वाले नंदराम तीस हजारी कोर्ट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे, उन्होंने वीआरएस ले लिया था। पांच साल पहले राहुल की नौकरी कोर्ट में लग गई थी। तनुज को लगता था कि पिता ने राहुल की नौकरी लगवा दी और वह बेरोजगार है, इसीलिए वह अक्सर राहुल को संपत्ति से बेदखल करने को कहता था। नंदराम की शिकायत पर सिविल लाइंस पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाई भी की थी। बीती दिवाली पर तो बात इतनी बढ़ गई थी कि तनुज ने घर की छत पर चढ़कर अंधाधुंध फायरिंग की थी।