असम : 10वीं के छात्रों ने नाबालिग से किया गैंगरेप, क्राइम छुपाने को फांसी पर लटकाया
असम : असम के बिस्वनाथ जिले से एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। सात छात्रों को अपनी 12 वर्षीय सहपाठी को गैंगरेप के बाद पेड़ से फांसी के फंदे पर लटकाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार को हुई। चकला गांव निवासी सात छात्रों ने हाईस्कूल की परीक्षा खत्म होने के बाद अपनी एक सहपाठी को पार्टी के बहाने घर पर आमंत्रित किया। इसके बाद उन्होंने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वारदात को छिपाने के लिए वे छात्रा को पास के जंगल में एक पेड़ पर फांसी के फंदे से लटकाकर फरार हो गए। शनिवार को जंगल से छात्रा का शव बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उससे गैंगरेप की पुष्टि हुई है। पुलिस ने सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले 28 फरवरी को ऐसी एक घटना सामने आई थी जहां राजधानी दिल्ली के गाजियाबाद की एक कॉलोनी में रहने वाली तीसरी कक्षा की छात्रा के साथ पड़ोस के ही दो किशोरों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपी किशोर कक्षा नौवीं व दसवीं के छात्र हैं। दोनों छात्र नौ साल की बच्ची को चार दिन से रोज एक कमरे में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म कर रहे थे। साथ ही आरोपी मासूम को किसी को कुछ नहीं बताने के लिए लगातार धमका भी रहे थे। बच्ची की हालत खराब होने पर परिजनों को पता चला। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपी किशोरों को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस ने बताया कि बच्ची के पिता की मौत के बाद उसकी मां देवर के साथ लिव इन में रह रही थी। देवर से भी महिला को एक पुत्र है। देवर नशे का आदी है इसलिए छह माह से वह नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती है। महिला कॉलीनी में कमेटी संचालन कर अपना भरण पोषण कर रही थी। उसने पुलिस को बताया कि उसकी नौ साल की बेटी तीसरी कक्षा में पढ़ती है। आरोप है कि चार दिन से कॉलोनी में ही रहने वाले दो किशोर उसकी बेटी को जबरन सुनसान जगह पर बने एक कमरे में ले जाकर दुष्कर्म कर रहे थे। आरोपी चार दिन तक उसकी बेटी को दिन में दो बार उस कमरे में ले जाते और दुष्कर्म करते। विरोध करने पर छात्रा के साथ मारपीट कर उसकी मां को जान से मारने की धमकी देते। ऐसे में मासूम चुप रह जाती थी। पुलिस ने बताया कि गुरुवार दोपहर में आरोपियों के चंगुल से छुटकर छात्रा अपने घर पहुंची। उस समय उसके प्राइवेट पार्ट में काफी तेज दर्द हो रहा था। वह बिलख रही थी। उसकी मां ने उसकी हालत देखकर पूछताछ की, लेकिन छात्रा ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद डॉक्टर के पास ले गई। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ।