एप डाउनलोड और केवाईसी के बहाने बैंक खातों में सेंध
बैंक या कंपनी का प्रतिनिधि बनकर साइबर ठक आपका खाता खाली कर सकते हैं। ऐसे लोग आपको फोन करेंगे और केवाईसी कराने या एप में दिक्कत होने का हवाला देकर आपसे कोई एप डाउनलोड करने को कहेंगे। यह एप डाउनलोड करते ही वह आपके फोन से निजी जानकारी उड़ा कर खाता खाली कर देते हैं। पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं।
उत्तम नगर निवासी गुलशन के पास 7 नवंबर को एक युवक का फोन आया। युवक ने खुद को बैंककर्मी बताते हुए केवाईसी कराने के लिए व्यूअर एप डाउनलोड करने को कहा। पीड़ित ने एप डाउनलोड कर लिया। शातिर ने युवक को अपने अकाउंट से 10 रुपये का मोबाइल रिचार्ज करने को कहा। रिचार्ज करते ही आरोपी के पास बैंक खाते की सभी जानकारी पहुंच गई। आरोपी ने तीन हजार रुपये निकाल लिए।
सात हजार रुपये निकाले द्वारका नॉर्थ निवासी विशाल कुमार के मोबाइल पर 15 अक्तूबर को एक युवक ने फोन किया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताया। उसने विशाल से कहा कि बैंक को अपने केवाईसी से संबंधित दस्तावेज नहीं मिले हैं। शातिर ने केवाईसी अपडेट करने के लिए एनीडेस्ट एप डाउनलोड करवाया और सात हजार रुपये निकाल लिए।
रकम जब्त होने से डरे विवेक विहार निवासी प्रशांत वर्मा के पास 27 अक्तूबर को एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि अपने अपने खाते का केवाईसी अपडेट नहीं कराया है। इस कारण बैंक आपकी रकम जब्त कर सकता है। आरोपी ने एप डाउनलोडन कराया और फिर उनके खाते से 3500 रुपये कट गए। मामले की पुलिस जांच कर रही है।
फोन या ऑनलाइन किसी को भी एटीएम या डेबिट कार्ड का पिन, उनकी एक्सपायरी डेट, सीवीवी, ओटीपी और नेट बैंकिंग पासवर्ड न बताएं किसी के कहने पर कोई भी एप डाउनलोड न करें, मोबाइल बैंकिंग से संबंधित एप को लॉक रखें कोई भी एप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करेंबैंक या बीमा कंपनी के कर्मचारियों को भी फोन पर अपनी जानकारी साझा न करें