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किशनी विधायक बृजेश कठेरिया की बहन की मौत का मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उलझ गया है। कौन सच्चा है कौन झूठा है इस बात का खुलासा जांच के बाद ही होगा। गाजियाबाद के जिस अस्पताल में बहन को भर्ती कराया गया वह अस्पताल मौत की तारीख 19 अगस्त को सुबह 4.28 बजे बता रहा है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत 17 अगस्त की रात 12 बजे की जानकारी दर्ज की गई है। विधायक ने डीएम और एसएसपी गाजियाबाद को शिकायती पत्र देकर गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल और ससुरालीजनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

किशनी विधायक ने डीएम और एसएसपी गाजियाबाद को शिकायती पत्र देकर जानकारी दी कि उनकी बहन सोनी की शादी 22 नवंबर 2015 को अरुण वर्मा पुत्र आर्यन वर्मा निवासी जागृति बिहार, संजय नगर गाजियाबाद के साथ हुई थी। 19 अगस्त 2019 को ससुरालीजनों ने बहन की फांसी लगाकर हत्या कर दी और शव यशोदा हॉस्पिटल के मालिक डा. दिनेश अरोरा से मिलीभगत कर अस्पताल में दाखिल करा दिया और फांसी लगाकर आत्महत्या की सूचना दे दी। घटना की रिपोर्ट गाजियाबाद में ही दर्ज कराई गई है। विधायक का कहना है कि पुलिस ससुरालीजनों पर कार्रवाई नहीं कर रही। यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर मिलीभगत का आरोप : मैनपुरी। विधायक ने कहा कि यशोदा हॉस्पिटल के डा. अरविंद डोगरा, डॉ. अतुल गुप्ता, डा. सूचि घई ने मिलकर डा. दिनेश अरोरा के निर्देशन में 19 अगस्त 2019 को मौत सुबह 4.28 बजे दर्शाई जबकि यशोदा अस्पताल के द्वारा जो मृत्यु प्रमाण-पत्र 17 सितंबर 2019 को जारी किया गया है उसमें पोस्टमार्टम का रेफरेंस दिखाया गया। जबकि पोस्टमार्टम होने के बाद पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे में विवेचक और थाना प्रभारी को भेजते हैं। फिर भी यशोदा हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम रिपोर्ट कैसे पहुंची।


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