सौदागर खोलेंगे सांपों की तस्करी का राज
मुंबई : ड्रग्स, गुटखा, रक्त चंदन की लकड़ी एवं मगर के बच्चों की तस्करी से जुड़े तस्करों की गिरफ्तारी के बाद अवैध ढंग से हाथी के दांत बेचने आए दो तस्कर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गए। ये तस्कर असम के ऐसे गिरोह से जुड़े हैं जो असम में वन्य जीवों का शिकार करते हैं और उनके अवयव विदेशों में तस्करी करते हैं। माल विदेश भेजने के लिए ये बिहार होकर मुंबई व अन्य बड़े शहरों का रूट अपनाते हैं। यह गिरोह बड़े पैमाने पर दो मुंहे सांप एवं अन्य वन्य जीवों की तस्करी भी करता है ऐसा खुलासा प्राथमिक जांच में हुआ है।
बता दें कि बिहार से हाथी दांत की तस्करी के सिलसिले में तस्करों के आने सूचना क्राइम ब्रांच की यूनिट ७ के सिपाही नामदेव परबलकर को मिली थी। डीसीपी अकबर पठान व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश तावरे के मार्गदर्शन तथा पीआई मनीष श्रीधनकर के नेतृत्व में एपीआई आनंद बागडे तथा सुनयना सोनावणे की टीम ने घाटकोपर-पश्चिम के एलबीएस रोड स्थित सर्वोदय अस्पताल के पास बस स्टॉप से सचिन पासवान एवं सरोज कुमार पासवान नामक दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। उनकी तलाशी में २ किलो १४१ ग्राम हाथी दांत बरामद हुए, जिनकी कीमत लगभग ढाई लाख रुपए बताई जा रही है। सचिन और सरोज ये हाथी दांत मुंबई में सेंपल के तौर पर दिखाने लाए थे, जो कि असम सिलीगुड़ी निवासी उनके आका ने दिया था। सचिन सरोज के पास से दो मुंहे सांप एवं वन्य जीवों की तस्वीर भी मिली है, जो सेंपल के रूप में दिखाने के लिए वे अपने साथ लाए थे। फिलहाल आगे की जांच घाटकोपर पुलिस कर रही है।