4 घंटे कम होगा मुंबई-दिल्ली के बीच रेलवे का सफर
मुंबई : भारतीय रेलवे के मिशन रफ्तार के तहत मुंबई-दिल्ली रूट पर ट्रेनों की गति बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। यह काम आसान नहीं है इसलिए इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए पटिरयों की क्षमता, घुमावदार मोड़ का ध्यान रखना, सिग्नलिंग सिस्टम पर काम करने जैसी योजनाएं शामिल हैं। रेल अधिकारियों की मानें तो फिलहाल दिल्ली-मुंबई रूट पर मिशन रफ्तार के तहत 25 किमी प्रति घंटा ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। इस कार्य को पांच साल में पूरा करने का लक्ष्य रेलवे ने रखा है। रेलवे दिल्ली मुंबई रूट पर 160 किमी प्रति घंटा ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए विभिन्न तकनीकी बाधाओं को दूर करने में लगी है। मिशन रफ्तार के तहत कोटा डिवीजन को 3 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
इस योजना के तहत गंगापुर सिटी- मथुरा रेल खंड पर 90 किमी प्रति घंटा ट्रेनों के गति पर जो प्रतिबंध लगाया गया है, उसे हटाया जाएगा। इस कार्य पर करीब 7 करोड़ 89 लाख रुपये खर्च होंगे। चालू वित्तीय वर्ष के लिए 3 करोड़ का प्रावधान किया है। मिशन रफ्तार के तहत घुमाव और ट्रेक की ऐसी खामियों को दुरुस्त किया जा रहा ताकि ट्रेन की रफ्तार को बढ़ाया जा सके। दिल्ली से मुंबई के बीच सफर के समय को 4 घंटे कम करने के अलावा ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से की जाएगी।
दिल्ली मुंबई रूट पर पिछले साल ट्रायल भी किया जा चुका है। पश्चिम रेलवे के अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही भारतीय रेलवे मिशन रफ्तार के तहत मालगाड़ी और यात्री ट्रेनों की औसत गति को अगले पांच वर्षों के दौरान 25 किमी प्रति घंटा तक बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।