भारी बारिश के आसार, जलस्तर बढ़ा और लोगों की मुसीबतें भी
मुंबई : एक तरफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को मॉनसून का बेसब्री से इंतजार है तो वहीं, देश की वाणिज्यक राजधानी मुंबई में बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी है। शुक्रवार सुबह से ही मुंबई और आसपास के इलाकों में बारिश हो रही है। कई इलाकों में पानी भर गया है। कुछ जगहों पर यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इसके चलते लोगों के रोजमर्रा के काम भी अटक गए हैं। हालांकि मुंबईकरों की परेशानी आज खत्म होने वाली नहीं है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे तक शहर और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। घाटकोपर में शनिवार को दीवार गिरने से ट्रैफिक प्रभावित हुआ। खैरानी में कुछ गाड़ियों पर एक पेड़ गिर गया, जिससे यातायात पर असर हुआ। वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर ट्रैफिक काफी मंद गति से बढ़ रहा है। उधर, भारी बारिश से पुणे और मुंबई में हुई अलग-अलग घटनाओं में 18 लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक रविवार को हल्की बारिश और उसके अगले 3 दिन तक बारिश न होने की संभावना है। गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक मुंबई शहर (कोलाबा) में 26.1, जबकि उपनगर (सांताक्रुज) में 140.4 एमएम बारिश हुई। मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि फिलहाल पश्चिमी तट पर मॉनसून काफी सक्रिय है। पश्चिम की ओर से तेज हवाएं चल रही हैं। इनके असर के चलते मुंबई, ठाणे और पश्चिमी तट के इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। 4 जुलाई से फिर से उत्तर कोंकण में बारिश हो सकती है, जिसका असर मुंबई में भी दिखेगा।
निजी एजेंसी स्काइमेट के मौसम जानकार महेश पलावत ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, इसके चलते 4 जुलाई से फिर से अच्छी बारिश हो सकती है। आपको बता दें कि शुक्रवार को मॉनसून की पहली बारिश शहर की तुलना में उपनगर में अधिक देखने को मिली। बारिश की धार इतनी तेज थी कि 3 घंटे में ही उपनगर में 96 एमएम बारिश हो गई।
झीलों के इलाकों में भी बारिश से जलस्तर में वृद्धि हुई। विहार झील में 209 एमएम, तानसा में 60 एमएम, तुलसी में 143 एमएम, मध्य वैतरणा में 78 एमएम, मोडक सागर के जलस्तर में 69 एमएम वृद्धि हुई। इससे पानी की किल्लत की ओर बढ़ रहे महानगर के लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है। आने वाले कुछ दिनों में बारिश जारी रहने पर स्थिति में काफी सुधार आएगा।
बारिश के कारण अलग-अलग घटनाओं में करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए। वहीं, जगह-जगह जलभराव के कारण बीएमसी के सभी दावों की पोल भी खुल गई। मुंबई के हिंदमाता, अंधेरी सबवे, मालाड सबवे, साकीनाका, शीव, माटुंगा लैबर कैंप, मिलन सबवे, नैशनल कॉलेज समेत कई अन्य जगहों पर पानी भरने से ट्रैफिक बाधित हुआ। घंटों की मशक्कत के बाद ही पानी कम हो सका।