आंखों पर जख्म, कटा कंधा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई हैवानियत
अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और हत्या का मामले में यूपी की पुलिस सवालों के घेरे में है. 30 मई को अलीगढ़ के टप्पल में ये बच्ची अपने घर से लापता हो गई थी. 2 जून को पुलिस को टप्पल में ही एक कूड़े के ढेर में इस बच्ची का शव मिला. परिवार वालों की तरफ से लगातार दबाव के बावजूद आरोप है कि पुलिस मामले में टाल मटोल करती रही.
पुलिस कुछ और कहती रही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ और. पुलिस ने कहा रेप नहीं हुआ, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कहा बच्ची का शरीर इस लायक ही नहीं बचा था कि बलात्कार जैसे अपराध की जांच की जा सके. दरिंदगी की कहानी के सुबूत ले कर परिवार वाले, गांव वाले सड़कों पर बैठे रहे तब जा कर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मौत का कारण दम घुटना, लेफ्ट चेस्ट पर पिटाई, सारी पसलियां टूटी हुई, बायें पैर में फ्रैक्चर, आंखों पर जख्म, सिर में चोट, सीधा हाथ कंधे की तरफ से कटा हुआ है, बहुत ज़्यादा पीटा गया है. इसके साथ ही बॉडी में कीड़े पड़ गए थे, जिससे हड्डी तक एक्सपोज़ हो रही है.
हंगामे के बाद टूटी पुलिस की नींद
सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया. मामले ने हिंदू मुसलमान का रंग ले लिया. लोग पूछने लगे कि क्या बच्चियों का भी धर्म देख कर इस देश में कानून और बुद्धिजीवी अपनी चुप्पी तोड़ते हैं? तब जा कर पुलिस की नींद टूटी. बड़े अधिकारी कूदे, पोक्सो जैसे गंभीर कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही जाने लगी. पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए.
पहले भी गिरफ्तार हो चुका है असलम
इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. मोहम्मद असलम पहले भी गिरफ्तार हो चुका है. वह 2014 में अपनी रिश्तेदार बच्ची के साथ यौन शोषण 376 के आरोप में गिरफ्तार हुआ था. इसके बाद 2017 में उस पर दिल्ली के गोकलपुरी में छेड़छाड़ और अपहरण का मामला दर्ज है.