भिवंडी में पानी के लिए मारामारी, मटका भरने के लिए भिड़ीं दो आदिवासी महिलाएं
भिवंडी : मुंबई की भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में भिवंडी, शाहपुर सहित मुरबाड तालुका के ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी की भयंकर किल्लत ने उग्र रूप धारण कर लिया है। यूं तो हर वर्ष यहां अप्रैल से पानी की किल्लत शुरू होती है लेकिन पिछले साल कम बारिश ने फरवरी से ही लोगों को प्यासा कर दिया है। इसी का ही नतीजा है कि एक मटका पानी के लिए आदिवासी महिलाओं में मारपीट की घटनाएं सामने आने लगी हैं।
विडियो ने खोली जनप्रतिनिधियों के दावों की पोल
एक मटका पानी के लिए महिलाओं में मारपीट का विडियो वायरल होने से जलापूर्ति विभाग सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पानी की समस्या हल किए जाने के दावों की पोल खोल दी है। महिलाओं में मारपीट की घटना भिवंडी तालुका के मैदे गांव की है। जलापूर्ति विभाग की तरफ से लगाए गए नल से एक महिला को दिनभर में चार से पांच मटका पानी मिल पाता है। इसीलिए महिलाएं दिनभर नल पर नंबर लगाए रहती हैं।
पानी भरने को लेकर मारपीट
नल में पानी आने के बाद पहले चार मटका पानी जिसे मिला तो ठीक, वरना दो-तीन किलोमीटर दूर पानी के लिए पैदल जाना पड़ता है। पानी भरने के चक्कर में महिलाओं में मारपीट हो गई। इस घटना को वहां के एक ग्रामीण ने मोबाइल में कैद कर लिया, जिसके बाद विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे जाहिर होता है कि पानी की समस्या कितनी गंभीर है। बता दें कि भिवंडी लोकसभा क्षेत्र के भिवंडी, शहापुर एवं मुरबाड तालुका में पानी की समस्या का आलम यह है कि शादी होकर आई नई नवेली बहू को भी अगले दिन पानी के लिए कुओं, नलों या कई किलोमीटर दूर घंटों संघर्ष करना पड़ता है।