मूर्तियों की सफाई पर खर्च होंगे 1 करोड़ से अधिक
मुंबई, महानगर में सार्वजनिक स्थानों पर लगे महापुरुषों के पुतले व हेरिटेज फाउंटेन सहित प्याऊ में गंदगी आम बात हो गई है। लेकिन बीएमसी ने अब इन्हें साफ-सुथरा रखने की योजना बनाई है। बीएमसी मुंबई में जगह-जगह लगीं महापुरुषों की प्रतिमाओं, हेरिटेज फाउंटेन व प्याऊ को साफ-सुथरा रखने पर तीन वर्ष में 1 करोड़, 9 लाख रुपये खर्च करेंगी। असमाजिक तत्वों से प्रतिमाओं को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी।
दक्षिण मुंबई में बड़े पैमाने पर 100 वर्ष से पुराने फाउंटेन व प्याऊ हैं। यहां राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक क्षेत्रों से जुड़े नायकों के पुतले लगे हुए हैं। ये प्रतिमाएं ज्यादातर ब्रॉन्ज व महंगे पत्थरों की बनी हैं। प्रतिमाएं व हेरिटेज फाउंटेन पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। बीएमसी ने कई पुराने प्याऊ और पुतलों की मरम्मत की है। मुंबई में समुद्री हवा व भारी बारिश के कारण प्याऊ व प्रतिमाओं पर रासायनिक क्रिया होती है, जिससे पुतलों व प्याऊ में कई तरह की खराबी पैदा हो जाती है।
लाइट खराब हो जाती है। सुरक्षा की कमी के कारण हेरिटेज वस्तुओं को नुकसान भी पहुंचता है। इसलिए बीएमसी ने सुरक्षा दीवार बेहतर करने, जो दीवार खराब है, उसकी मरम्मत करने, टूटे भाग को दोबारा बनाने, साफ-सफाई रखने, लाइट व सुरक्षा की व्यवस्था व पानी की उचित व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। बीएमसी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए स्थायी समिति के पास भेजा है।