१४ किलोमीटर बढ़ेगी फ्रीवे की लंबाई, अनुमानित खर्च `२,००० करोड़
मुंबई, सड़कों पर ट्रैफिक का जाम होना मुंबईकरों के लिए सबसे बड़ी समस्या है। इससे निपटने के लिए नए-नए उपाय किए जा रहे हैं। इसी क्रम में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के ट्रैफिक का भार कम करने के प्रयास के तहत फ्रीवे की लंबाई बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलेपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) ईस्टर्न फ्रीवे का १४ किमी तक विस्तार करने की योजना पर काम कर रही है। ईस्टर्न फ्रीवे को ठाणे में कोपरी तक उत्तर की ओर विस्तार करने की योजना पर काम जारी है। जो कि ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के ट्रैफिक को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। योजना के मुताबिक फ्रीवे को घाटकोपर-मानखुर्द लिंक रोड पर मौजूदा प्वाइंट से ठाणे में कोपरी तक १४ किमी तक बढ़ाया जाएगा।
करीब १४ किमी तक विस्तार होने से यह ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर होनेवाले ट्रैफिक को काफी हद तक कम कर देगा, जो ठाणे की ओर यातायात ले जाता है। योजना के मुताबिक घाटकोपर और ठाणे के बीच ३ स्थानों पर योजनाबद्ध पहुंच के साथ १४ किमी लंबे गलियारे को ऊंचा किया जाएगा। इसके लिए विक्रोली, कांजुरमार्ग और मुलुंड के पास एक्सेस दिए जाने की संभावना है।
व्यापक परिवहन अध्ययन के अनुसार परियोजना के २०३१ तक पूरा होने की उम्मीद है, लेकिन एमएमआरडीए का लक्ष्य इसे ५ साल में पूरा करना होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत २००० करोड़ रुपए बताई जा रही है।
१७ किमी ईस्टर्न प्रâीवे का १४ किमी हिस्सा २४ मई २०१३ को पूरा हुआ। पांजरापोल जंक्शन से इंडियन ऑयल जंक्शन तक की शेष २.८ किमी की दूरी १६ जून २०१४ को यातायात के लिए खोली गई थी। इस परियोजना की लागत १,४६३ करोड़ रुपए आई थी।