एनसीबी व एनआईए करे कड़ी जांच - नवाब मलिक
मुंबई, महाराष्ट्र में ड्रग्स मामले को लेकर राजनीतिक आरोप लगाए जा रहे हैं। गुजरात के द्वारका से लगभग ३०० करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की गई है, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) खुद संदेह के घेरे में है। यह दूसरा मौका है, जब गुजरात में बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किया गया है। इसे लेकर राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने कल मुंबई में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुंबई शहर को ड्रग्स का गढ़ माना जाता है। हालांकि यहां चंद ग्राम का मादक पदार्थ मिलता है, लेकिन बॉलीवुड अभिनेताओं की परेड कराई जाती है।
अब गुजरात में ३००-३५० करोड़ रुपए की ड्रग्स मिली है, इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या ये ड्रग्स समुद्र के रास्ते लाई जा रही थी? एनसीबी और एनआईए को इसकी जांच करनी चाहिए कि इसमें कोई पार्टी या नेता तो शामिल नहीं है? क्या गुजरात से ड्रग्स का खेल चल रहा है? इसका जवाब जनता को मिलना चाहिए। मलिक ने आगे कहा कि मनीष भानुशाली, धवल भानुशाली और सुनील पाटील गुजरात के नोवेंटल होटल में ठहरे थे। उनके गुजरात सरकार में मंत्री किरीट सिंह राणा के साथ संबंध हैं। ये लोग गुजरात से ड्रग्स रैकेट चला रहे होंगे, ऐसी शंका मलिक ने व्यक्त की है।
राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक की बेटी ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को झूठे आरोपों के लिए ‘मानहानि’ का कानूनी नोटिस भेजा है। साथ ही मानसिक प्रताड़ना, पीड़ा और वित्तीय नुकसान के लिए ५ करोड़ रुपए की भी मांग की है। बता दें कि फडणवीस ने दावा किया था कि नवाब मलिक के दामाद के घर से मादक पदार्थ बरामद हुआ था। यही कारण है कि मलिक अपने दामाद के फंसने पर बेचैन हैं और आरोप भी लगा रहे हैं।
महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड कार्यालय पर ईडी ने छापा नहीं मारा है। बोर्ड के पास रजिस्टर्ड हुई संस्था के संबंधित जमीन प्रकरण के मामले में छापेमारी की गई है। अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने ऐसा स्पष्ट किया है। वक्फ बोर्ड के पास ३०,००० संस्थाएं रजिस्टर हैं, इन सभी संस्थाओं की ईडी जांच करें, ऐसी मांग भी उन्होंने की। वक्फ बोर्ड की संस्थाओं में हुए गैर व्यवहार की जांच की गई तो भाजपा के नेता व विधायक जेल में जाएंगे, ऐसा इशारा मलिक ने दिया।