एसी लोकल किराए को सस्ता करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिली
मुंबई, मुंबई में चल रही एसी लोकल ट्रेन को अब यात्री मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। मुंबई दौरे पर आए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने कहा कि यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए सेमी एसी लोकल चलाने की बजाए किराए पर फोकस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम और मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के साथ मिलकर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
पश्चिम रेलवे ने द्वितीय श्रेणी के यात्रियों को भी एसी लोकल में सफर करने के लिए अनुमति मांगी है। द्वितीय श्रेणी के यात्री एसी लोकल में चढ़ने के बाद ट्रेन में ही किराए के अंतर का भुगतान कर सकते हैं। चेयरमैन रेलवे बोर्ड ने इस विषय में बताया कि ट्रेन में यात्रियों से किराया वसूलने की योजना क्या रहेगी, इस तरह के बिंदुओं को ध्यान में रखकर ही कोई निर्णय लिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड द्वारा एसी लोकल के किराए को सस्ता करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। एसी लोकल में एकल टिकट यात्रा का किराया एमएमआरडीए द्वारा चलाए जानेवाली मुंबई मेट्रो की तर्ज पर होगा, इस पर लगभग पैâसला हो चुका है। कुछ दिनों पहले मुंबई रेल विकास निगम (एमआरवीसी) और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बीच हुई बैठक में ये पैâसला हुआ था।
हाल ही में हुए एक सर्वे में ८०ज्ञ् मुंबईकर किसी-न-किसी रूप में सेमी एसी लोकल के लिए तैयार थे। बहरहाल, २३८ एसी रेक को भी सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है, इसका मतलब ये है कि अब सेमी एसी लोकल को लेकर स्पष्टता नहीं है। सेमी एसी लोकल में पहले फर्स्ट क्लास के कोच को हटाने की बात हो रही थी। लेकिन मौजूदा रेक में ऐसा करना संभव नहीं है। एक अधिकारी ने बताया कि यदि १२ कोच की मौजूदा ट्रेन में ३ फर्स्ट क्लास के कोच हटाकर एसी के कोच लगाने हों तो ये काम लोकल वर्कशॉप में करना होगा, जो संभव नहीं है। दूसरा तर्क ये है कि एमआरवीसी २३८ रेक के लिए ग्लोबल टेंडर करेगी, जबकि मौजूदा रेक इंडियन कोच पैâक्ट्री में तैयार हुए हैं।
मुंबई में जो लोकल ट्रेनें चलती हैं, उनका जीवन काल २५ साल होता है। वर्तमान में जो रेक चल रहे हैं वे २०४० तक चल सकते हैं। रेलवे अधिकारी ने बताया कि जिस लोकल का जीवनकाल समाप्त होगा, उसके स्थान पर एसी लोकल आएंगी। इसके अलावा मुंबई में चल रही विभिन्न परियोजना पूरी हो जाएं तो ट्रेनों के चलाने की क्षमता बढ़ जाएगी। ऐसे में मौजूदा लोकल ट्रेनों के साथ-साथ एसी लोकल को भी जगह मिलने लगेगी। इसलिए फिलहाल सेकेंड क्लास अगले २० साल तक तो खत्म नहीं होगा।