सपना चौधरी के लगे ठुमके, मंत्री धनंजय मुंडे पर विपक्षी नेता भड़के
मुंबई, महाराष्ट्र के परली में दिवाली के मौके पर मशहूर डांसर सपना चौधरी के डांस का कार्यक्रम हुआ. यह कार्यक्रम सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे की ओर से आयोजित किया गया था. अवसर दिवाली में स्नेह मिलन का था. इस पर धनंजय मुंडे को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. कहा जा रहा है कि एक तरफ राज्य में स्टेट ट्रांसपोर्ट के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, किसानों की आत्महत्याएं हो रही हैं. ऐसे में महाविकास आघाडी सरकार के मंत्री द्वारा इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करना कहीं से भी शोभनीय नहीं हैं.
विपक्षी नेताओं की ओर से यह सवाल ज़ोर-शोर से उठाया जा रहा है. शिवसंग्राम पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष विनायक मेटे ने इस आयोजन को लेकर समाजिक न्यायमंत्री धनंजय मुंडे पर जम कर निशाना साधा है. विनायक मेटे ने कहा,”परली में सामाजिक न्यायमंत्री धनंजय मुंडे ने सपना चौधरी के नाच-गानों का कार्यक्रम रखा. कल ही अहमदनगर में 11 लोगों की आग में झुलस कर मौत हो गई. यह दुर्घटना सरकारी अस्पताल में हुई. किसानों को अब तक समाधान नहीं मिला है. उनकी दिवाली इस बार काली गई है. भूखे पेट गुजरी है. ऐसे समय में सामाजिक न्यायमंत्री सपना चौधरी के ठुमके लगवा रहे हैं.”
विनायक मेटे ने कहा, “स्टेट ट्रांसपोर्ट के कर्मचारी अपने घरों से बाहर निकल कर अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं, आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. उनकी समस्याओं के समाधान पर ध्यान देना चाहिए था. लेकिन ये यहां सपना चौधरी को बुलाकर ठुमके लगवा रहे हैं. सामाजिक न्यायमंत्री धनंजय मुंडे की सामाजिक संवेदनाएं पता नहीं कहां लुप्त हो गई हैं. ”
आगे विपक्षी नेता ने अपने तीखे हमले बरकरार रखते हुए कहा, “बीड जिले में आज कई तरह की समस्याएं खड़ी हैं. लेकिन यहां के संरक्षक मंत्री उन्हें देखने, सुनने और समझने की जरूरत नहीं समझते. जिले में कानून व्यवस्था से जुड़े सवाल, महिलाओं पर अत्याचार से जुड़े सवाल, बढ़ते हुए अवैध धंधे, जमीनें हड़पने की घटनाओं में बढोत्तरी जैसी समस्याएं ज्वलंत हैं. अगर इन समस्याओं पर यहां के संरक्षक मंत्री ध्यान देते तो माना जाता कि वे अपने सामाजिक न्याय विभाग को लेकर गंभीर हैं. धनंजय मुंडे जब विपक्ष में थे, उस वक्त उनका जो सामाजिक न्याय को लेकर सरोकार था, वो अब कहां चला गया?