90 करोड़ खर्च कर मुंबई को बाढ़ से बचाएगी BMC
मुंबई, महानगर को बाढ़ जैसी स्थिति से बचाने के लिए बीएमसी नए पानी निकासी की पाइपलाइन डालेगी, साथ ही उसकी चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी। इससे कम समय में पानी की निकासी होगी, इस काम के लिए बीएमसी 90 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके जरिए दक्षिण मुंबई व उत्तर मुंबई में पानी निकासी की बेहतर व्यवस्था की जाएगी।
मुंबई में बारिश के समय जगह-जगह जलजमाव हो जाता है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बीएमसी ने बाढ़ की स्थिति से बचने के लिए बड़े पैमाने पर नालों की सफाई, उच्च क्षमता का पंपिंग स्टेशन बनाया है। वहीं जगह-जगह मिनी पंपिंग स्टेशन के साथ हिंदमाता में भूमिगत टंकी बनाई गई है। अब बीएमसी ने पानी निकासी की लाइनों की क्षमता बढ़ाने का फैसला किया है। इसमें कोलाबा से भायखला, मजगांव तक 18 स्थानों पर लाइनों का विस्तार किया जाएगा, वहीं नई लाइनों पर 15 करोड़ 54 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की जमीन पर रेनॉल्ड कॉलोनी में पाइपलाइन के विस्तार पर 25 करोड़ 65 लाख व वडाला स्थित पोर्ट ट्रस्ट परिसर में पाइपलाइन के विस्तार के लिए 19 करोड़ 80 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। बोरिवली व कांदिवली के लिए लगभग सात करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे। इसमें 2 करोड़ 61 लाख रुपये पाइपलाइनों की मरम्मत पर खर्च होंगे, जबकि बोरीवली पूर्व स्थित वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे से रेलवे स्टेशन तक कस्तूरबा मार्ग पर पाइपलाइन के विस्तार व मरम्मत पर 4 करोड़ 51 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
बीएमसी स्कूलों में 9वीं व 10वीं के विद्यार्थियों को बीएमसी ने किताबें उपलब्ध कराईं थीं। इन पुस्तकों की खरीदी पर बीएमसी ने 2 करोड़ 6 लाख 89 हजार 655 रुपये खर्च किए थे। इसमें मराठी, हिंदी, उर्दू, गुजराती, कन्नड़, तेलगू व अंग्रेजी भाषा की पुस्तकें शामिल हैं। बीएमसी प्रशासन ने कार्योत्तर मंजूरी के लिए प्रस्ताव स्थायी समिति के पास भेजा है।
बीएमसी शिक्षा विभाग के अधिकारी राजू तडवी के मुताबिक विद्यार्थियों को पुस्तक वितरित की जा चुकी है। यह पुस्तकें वर्ष 2020-21 के शिक्षा सत्र में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्याथियों को उपलब्ध कराई गई हैं। बता दें कि कोरोना संकट के कारण स्कूल बंद थे। विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। अब कोरोना संकट कम होने के बाद स्कूल खोल दिए गए हैं। बीएमसी प्रशासन ने यह पुस्तक गोरेगांव पाठ्यपुस्तक मंडल से एडवांस पैसे देकर मंगाया था। बीएमसी अपने स्कूलों में पढ़नेवाले पहली से 8वीं तक के सभी माध्यमों के विद्यार्थियों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त में पुस्तक उपलब्ध कराती है।