ठाणे जिला अस्पताल होगा अत्याधुनिक
ठाणे, ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिले के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के मरीजों के लिए जिला अस्पताल संजीवनी बूटी कहलाता है। शहर विकास मंत्री व ठाणे जिला पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ठाणे जिला अस्पताल को अत्याधुनिक बनाने का लगातार प्रयास कर रहे थे। हाल ही में राज्य सरकार ने अस्पताल को अत्याधुनिक बनाने के लिए अनुमति भी दे दी है। नगर विकास विभाग ठाणे जिला अस्पताल को अत्याधुनिक बनाने का प्लान तैयार कर रहा है। नगर विकास विभाग द्वारा प्लान तैयार होते ही अस्पताल को अत्याधुनिक बनाने के कार्य की शुरुआत कर दी जाएगी। जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल के अत्याधुनिक होने से साधारण निजी अस्पतालों से बेहतर हो जाएगा। और तो और लाखों लोग इसका लाभ ले सकेंगे। कुल मिलाकर ठाणे की स्वास्थ्य सुविधाएं सरस हो जाएंगी। नवीनीकरण के बाद ठाणे जिला अस्पताल कुल ९०० बेडवाला अत्याधुनिक अस्पताल होगा, जिसमें ५०० बेड सामान्य अस्पताल के लिए, २०० बेड महिलाओं के लिए और २०० बेड बच्चों के लिए आरक्षित रखे जाएंगे।
नवीनीकरण के बाद ठाणे जिला अस्पताल में कैंसर, हृदय रोग, मस्तिष्क संबंधी बीमारियों, श्वसन संबंधी विकारों जैसे रोगों के इलाज के लिए न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी और ओंको सर्जरी सेक्शन, कार्डियोलॉजी तथा कार्डियो वैस्कुलर सेक्शन, नेप्रâोलॉजी, डायलिसिस सेक्शन जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
मौजूदा ठाणे जिला सिविल अस्पताल में हृदय रोग, मस्तिष्क रोगों जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार उपलब्ध नहीं हैं।