2025 तक मुंबई को टीबी मुक्त करने की तैयारी, निजी अस्पतालों के सहयोग से टीबी का खात्मा करेगी बीएमसी
मुंबई : मुंबई को क्षय रोग, तपेदिक यानी टीबी से मुक्त करने के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने मुंबई के 43 बड़े निजी अस्पतालों की मदद लेने का निर्णय लिया है। सरकारी और निजी संस्थानों के सहयोग से वर्ष 2025 तक मुंबई को पूरी तरह से टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी के मुताबिक, कोरोना महामारी शुरू होते ही बीएमसी प्रशासन और निजी अस्पतालों ने आपसी सहयोग को मजबूत किया है। इसके अच्छे नतीजे भी सामने आए हैं। संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक होने के बाद भी बेहद ही कम समय में कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना को मात दी गई है, उसी तरह टीबी को भी हराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए बीएमसी ने 43 निजी अस्पतालों के साथ मिल कर काम किया था। अब टीबी से निजात पाने के लिए इन 43 निजी अस्पतालों की मदद ली जाएगी। साल 2025 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए बुधवार को बीएमसी ने निजी अस्पतालों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की है।