शुरू होंगे रे रोड, तिलक ब्रिज के कार्य
मुंबई, मुंबई में मौजूदा ब्रिटिशकालीन ब्रिजों ने अपनी उम्र पूरी कर ली है। आईआईटी मुंबई द्वारा किए गए सर्वे के बाद पुराने हो चुके ब्रिजों को जर्जर बताया गया है। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के पुराने हो चुके ब्रिजों की जगह पर केबल स्टे ब्रिज निर्माण करने की योजना बनाई है। ऐसे कुल १० केबल स्टे ब्रिज और एक रोड अंडर ब्रिज बनाने की प्लानिंग है। इन केबल ब्रिजों को खड़ा करने की जिम्मेदारी महाराष्ट्र रेल इंप्रâास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमआरआईडीसी) की है। मुंबई में पहला केबल स्टे ब्रिज रे रोड में बनाया जाएगा, जबकि दूसरा आइकॉनिक केबल स्टे ब्रिज तिलक रोड आरओबी पर बनाया जाएगा। उपरोक्त दोनों केबल स्टे ब्रिजों का निर्माण एक साथ शुरू होगा और खास बात यह है कि ब्रिज निर्माण से पहले जो जरूरी मंजूरी मनपा से मिलनी बाकी थी वो अब मिल गई है। ऐसे में अक्टूबर से मुंबई में केबल स्टे ब्रिज के निर्माण का आगाज हो जाएगा।
एमआरआईडीसी से मिली जानकारी के मुताबिक रे रोड केबल स्टे ब्रिज के लिए मनपा से मंजूरी मिल गई है और रेलवे से भी इन प्रिंसिपल अप्रूवल मिल गया है। इसके अलावा तिलक रोड ब्रिज के लिए मध्य और पश्चिम रेलवे से अप्रूवल मिलने की प्रक्रिया जारी है। रे रोड स्टेशन के पास मौजूद रे रोड ब्रिज भायखला को मझगांव से जोड़ता है। पुराना ब्रिज तोड़कर नया केबल ब्रिज बनाने का काम महारेल के पास है। नया ब्रिज ३×३ लेन का होगा, जबकि मौजूदा ब्रिज १.५ लेन का है।
रे रोड और दादर के तिलक केबल स्टे ब्रिज दोनों ब्रिजों का काम अक्टूबर २०२१ से शुरू हो जाएगा। रे रोड केबल स्टे ब्रिज की लंबाई ३८५ मीटर होगी। मौजूदा ब्रिज में स्टील गर्डर का इस्तेमाल किया गया है, जबकि तिलक रोड ब्रिज की लंबाई ६०० मीटर होगी।
केबल ब्रिज को बनाते समय किसी भी अतिरिक्त जगह की आवश्यकता नहीं होगी। नया ब्रिज वर्तमान ब्रिज की जगह पर ही खड़ा किया जाएगा। माहुल रोड और बैरिस्टर नाथ पै मार्ग के रैप को नए ब्रिज से जोड़ा जाएगा।
रे रोड में बननेवाले केबल स्टे ब्रिज की लागत १७५ करोड़ रुपए है, जबकि दादर स्थित तिलक ब्रिज की लागत ३७५ करोड़ रुपए है। इन दोनों ब्रिजों के निर्माण की टेंडरिंग प्रक्रिया जारी है।