मिल मजदूरों के घरों की समस्या का समाधान!
मुंबई, डेढ़ लाख मिल मजदूरों ने अपने हक के घर के लिए आवेदन किया है लेकिन विभिन्न कारणों से कामगारों के आवास का प्रश्न अधर में है। कामगारों के घर का प्रश्न सुलझाने के लिए शिवसेना उपनेता सचिन अहिर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और श्रमिकों को आवास उपलब्ध कराने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की। सचिन अहिर ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मिल मजदूरों के मुद्दे को लेकर सकारात्मक हैं।
मिल मजदूरों के आवास के मुद्दे में देरी हो रही है इसलिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मिल वर्कर्स एक्शन यूनियन के नेताओं और म्हाडा सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की बैठक कर इस मुद्दे को स्थायी रूप से हल करने की इच्छा जताई है। इस मौके पर नेशनल मिल वर्कर्स यूनियन की कोषाध्यक्ष निवृति देसाई मौजूद थीं। कोरोना महामारी के चलते मुंबई समेत महाराष्ट्र में टाटा, आईएनयू मिल नंबर ५, पोद्दार, दिग्विजय, बार्शी और अचलपुर समेत महाराष्ट्र की छह मिलें २१ मार्च, २०२० से बंद हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से इन मिलों के मजदूर और इन पर निर्भर करीब दस हजार लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं।
पुरानी मिल चालियों के लिए पुनर्विकास योजना लाई जाए
सरकार मुंबई में निजी और एनटीसी मिलों की पुरानी और खतरनाक चालियों के पुनर्वास की योजना लागू करे, ऐसी मांग सचिन अहिर ने की है। एनटीसी ने अपनी मिल चालियों के पुनर्विकास पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है। वहीं इन चालियों की मरम्मत नहीं की गई है। जिस वजह से दुर्घटना और जानमाल के नुकसान का खतरा बना हुआ है। म्हाडा द्वारा पुनर्वास किया जाना चाहिए इसलिए मुख्यमंत्री संबंधितों की बैठक लें, ऐसी मांग अहिर ने की है।