स्मारक के बजाए मन का शुद्धिकरण करे शिवसेना : राणे
मुंबई : शिवसैनिकों द्वारा बालासाहब ठाकरे स्मारक के शुद्धिकरण करने पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने शुक्रवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राणे ने कहा कि शिवसेना को स्मारक की बजाय अपने मन का शुद्धिकरण करना चाहिए। बालासाहब आजीवन हिंदुत्व एवं मराठी व्यक्ति के विकास के लिए लड़ते रहे, लेकिन अब शिवसेना सत्ता के लिए उनके मूल विचारों से दूर हो गई है।
नारायण राणे ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि गुरुवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान उन्होंने दादर के शिवाजी पार्क स्थित बालासाहब ठाकरे स्मारक पर बालासाहब को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। इसके बाद शिवसैनिकों ने गोमूत्र से स्मारक स्थल को साफ किया था और बालासाहब की प्रतिमा को दूध से धोकर शुद्धिकरण किया था। उन्होंने कटाक्ष किया कि शिवसैनिकों को बालासाहब स्मारक के आसपास जमा कीचड़ नहीं दिखा, यह स्मारक विश्वस्तर का होना चाहिए। राणे ने कहा कि उन्होंने बालासाहब ठाकरे के साथ 39 वर्ष बिताए हैं, इसलिए उनका आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहने वाला है।
बालासाहब ने कभी भी हिंदुत्व एवं मराठी व्यक्ति के विकास के साथ समझौता नहीं किया, लेकिन इस समय शिवसेना सत्ता के लिए इतनी लाचार हो गई है। इसी वजह से शिवसेना कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार चला रही है। राणे ने कहा कि मुंबई में जन आशीर्वाद यात्रा के बाद कई मामले दर्ज किए गए हैं। इन मामलों का उनपर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। शिवसेना को पहले अपने कार्यकर्ताओं के अपराध को गिनना चाहिए।