महाराष्ट्र के कुछ जिलों में एक बार फिर से लगाया जा सकता है संपूर्ण लॉकडाउन
मुंबई,
महाराष्ट्र के कुछ जिलों में एक बार फिर से संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर
विचार शुरू हो गया है. जिन जिलों में कोरोना संक्रमण दर (Corona Positivity
Rate) 10 प्रतिशत से अधिक है, वहां कड़क लॉकडाउन लगाने के लिए केंद्र ने
राज्यों को सलाह दी है. केंद्र ने जिन 10 राज्यों के अधिक कोरोना संक्रमण
वाले जिलों में कड़क लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है, उन राज्यों में एक
महाराष्ट्र भी है. देश के 46 ऐसे जिले हैं जिनमें कोरोना संक्रमण दर 10
प्रतिशत से अधिक है. केंद्र ने ज्यादा कोरोना संक्रमण वाले 10 राज्यों को
यह साफ तौर से कहा है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या और संक्रमण दर को
नियंत्रण में लाने के लिए कठोर कदम उठाएं. ऐसे में अब महाराष्ट्र सरकार
केंद्र के इस निर्देश पर गंभीरता से विचार कर रही है. जिन जिलों में
पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है, वहां एक बार फिर कड़क और कंप्लीट लॉकडाउन लाने
की तैयारी कर रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग सचिव राजेश भूषण ने
शनिवार को दस राज्यों के साथ मीटिंग की और वहां कोरोना की स्थिति का जायजा
लिया. इन राज्यों में महाराष्ट्र सहित केरल, कर्नाटक, तमिलनाडू, ओडिशा,
असम, मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश, मणिपुर शामिल हैं. उत्तर पूर्व में
कोरोना का फैलाव चिंता बढ़ाने वाला है. केंद्र ने राज्यों को सावधान किया
है कि इस वक्त थोड़ी भी लापरवाही बड़े नुकसान को निमंत्रण दे सकती है.
केंद्र
सरकार ने राज्यों से कहा है कि महाराष्ट्र सहित 10 राज्यों में अस्पतालों
में उपचार ले रहे कोरोना मरीजों के अलावा एक बड़ी तादाद में मरीज अपने-अपने
घरों में क्वारंटीन हैं. हर राज्य अपने-अपने जिलों में सीरो सर्वेक्षण
करवाए. 45 से 60 साल की उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाए.
क्योंकि इन्हीं उम्र के लोगों को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा है.
पिछले
कुछ हफ्तों से देश में एक बार फिर प्रति दिन कोरोना के 40 हजार से ज्यादा
केस सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में बात करें तो पिछले कुछ दिनों से एक
बार फिर कोरोना संक्रमण के नए केस प्रति दिन 6- 7 हजार के करीब आ रहे हैं.
यह स्थिति चिंता बढ़ाने वाली है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की
अध्यक्षता में हुई 10 राज्यों की बैठक में कोरोना के सर्वाधिक फैलाव वाले
46 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट, उपलब्ध वैक्सीन की संख्या, बेड्स की संख्या,
वेंटिलेटर्स आदि की सुविधाओं का जायजा लिया गया.